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देश में विख्यात उस्लापुर ट्रेनिंग सेन्टर को बनाया जाएगा सर्वश्रेष्ठ…जोन महाप्रबंधक ने बताया..हमें सुरक्षा के साथ हमेशा रहना होगा अपडेट
उस्लापुर ट्रेनिंग सेन्टर में रेल परिचालन को लेकर देश की अत्याधुनिक सुविधाएं
बिलासपुर—विद्युत लोको प्रशिक्षण केन्द्र, उस्लापुर में बेवीनार का आयोजन किया गया। इस दौरान आधुनिक प्रशिक्षण प्रणाली से प्रशिक्षुओं को अवगत कराया गया। इस दौरान सभी को तकनिकी और सुरक्षा संबधित गतिविधियों को लेकर जागरूक भी किया गया। आयोजन पर प्रकाश डालते हुए महाप्रबंधक ने कहा कि रेल परिचालन में संरक्षा और दक्षता की महति भूमिका होती है। कर्मचारियों को समय के साथ तकनिकी के अनुसार अपने आप को ढालना होगा। उन्होने बताया कि उस्लापुर स्थित विद्युत लोको प्रशिक्षण केन्द्र ने प्रशिक्षण गतिविधियों के लिे आधुनिक टेक्नोलाजी को अपनाकर देश में जोन का नाम रोशन किया है।
प्रमुख उपलब्धियां
बेवीनार को जोन महाप्रबंधक ने संबोधित किया। उन्होने बताया किवंदे भारत, डब्ल्यूएजी-12 और 3-फेज मेमू ट्रेनों के लिए विशेष अध्ययन सामग्री तैयार की गई है। साम्रागियों को प्रशिक्षुओं के बीच उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा “चालक पत्र” नामक मासिक और त्रैमासिक पत्रिका का प्रकाशन नियमित किया जा रहा है।
प्रयोगात्मक प्रशिक्षण पर जोर
प्रबंधन ने बताया कि हाल फिलहाल विकसित बोगी पार्क में डब्ल्यूएजी-7 और डब्ल्यूएजी-9 लोकोमोटिव के मॉडल उपलब्ध कराए गए हैं। इसका व्यवहारिक अनुभव प्रशिक्षुओं को क्रमिक रूप से मिल रहा है।
आधुनिक सुविधाओं का विकास
प्रबंधन ने जोर देते हुए बताया कि प्रशिक्षण केंद्र में स्मार्ट कक्षाओं की स्थापना की गई है। हॉस्टल में 20 नए कमरे जोड़े गए हैं। अब इसकी क्षमता बढ़कर 300 हो गयी है। इसका फायदा प्रशिक्षुओं को मिल रहा है।
आधुनिक सिमुलेटर, भविष्य की योजनाएं:
उस्लापुर ट्रेनिंग सेन्टर में रेल परिचालन को लेकर देश की अत्याधुनिक सुविधाएं मोजूद हैं। डब्ल्यूएजी-7 सिमुलेटर पहले से उपलब्ध है।
डब्ल्यूएजी-9 इन-मोशन सिमुलेटर जल्द ही शुरू किया जाएगा। आने वाले समय में केन्द्र को विश्व-स्तरीय प्रशिक्षण के रूप में विकसित किया जाएगा। इस दिशा में लगातार कार्य किया भी जा रहा है।
बेवीनार के दौरान बताया गया कि महाप्रबंधक तरुण प्रकाश के कुशल मार्गदर्शन में प्रशिक्षण केंद्र में क्षमता आवर्धन के कार्य और निरंतर आधुनिकीकरण की प्रक्रिया संचालित है। रेल परिचालन में संरक्षा और दक्षता बढ़ाने के लिए कर्मचारियों को आधुनिक तकनीक से प्रशिक्षण पर जोर दिया जा रहा है।