Chhattisgarh
1383 करोड़ से बदलेगी छत्तीसगढ़ की तस्वीर..सिमट जाएगी अयोध्या की दूरी..पढ़ें मुख्यमंत्री के प्रस्ताव पर केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने क्या कहा..
मुख्यमंत्री पांच राष्ट्रीय राजमार्ग का प्रस्ताव किया पेश..दिया न्योता
बिलासपुर–मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने नई दिल्ली में केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर राज्य में चल रही सड़क परियोजनाओं और आदिवासी क्षेत्रों से अयोध्या तक सीधी कनेक्टिविटी को लेकर प्रस्ताव पेश किया। नितीन गडकरी ने प्रस्ताव को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिया। केन्द्रीय मंत्री के आवास स्थित कार्यालय में बैठक के दौरान वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी, मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद और राहुल भगत के अलावा लोक निर्माण विभाग सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह विशेष रूप उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बैठक में केन्द्रीय मंत्री गडकरी को राज्य की सामाजिक,आर्थिक उन्नति और सुदूर आदिवासी वनांचलों की स्थिति से अवगत कराया। उन्होने मुख्य मार्गों से जोड़ने के लिए नए राष्ट्रीय राजमार्ग का प्रस्ताव रखा। मुख्यमंत्री ने कहा कि रायगढ़-धरमजयगढ़-मैनपाट-अंबिकापु र-उत्तरप्रदेश सीमा तक कुल 282 किमी सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया जाए। यह मार्ग प्रदेश के चार जिलों से होकर धार्मिक नगरी अयोध्या से जुड़ती है।
मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने कवर्धा-राजनांदगांव-भानुप्रता पपुर-अंतागढ़-नारायणपुर-गीदम-दं तेवाड़ा-सुकमा मार्ग को भी राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का आग्रह किया। बताया कि यह 482 किमी लंबी सड़क राज्य के कुल 6 राष्ट्रीय राजमार्गों और 5 जिला मुख्यालयों को जोड़ती है। इसके निर्माण से बस्तर का नक्सल प्रभावित क्षेत्र मुख्य मार्ग से जुड़ेगा । नक्सल गतिविधियों में कमी आएगी। बताया कि रायपुर शहर से तीन राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते हैं। एनएच 130(बी) से एनएच 53 को जोड़ने वाले मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया जाना जरूरी है। एनएच घोषित होने से रायपुर शहर का रिंग रोड पूर्ण रूप से राष्ट्रीय राजमार्ग हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने रतनपुर-लोरमी-मुंगेली-नांदघाट- भाटापारा-बलौदाबाजार मार्ग, केंवची-पेंड्रारोड-पसान-कटघोरा मार्ग, मुंगेली-नवागढ़-बेमेतरा-धमधा-दु र्ग-झलमला मार्ग, राजनांदगाँव-मोहला-मानपुर मार्ग और पंडरिया-बजाग-गाड़ासरई मार्ग को भी राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 130 में कटघोरा से अंबिकापुर तक फोर लेन चौड़ीकरण किया जाना जरूरी है। एनएच क्रमांक 53 पर टाटीबंध से तेलीबांधा तक सुरक्षित यातायात की दृष्टि से सरोना चौक, उद्योग भवन, और तेलीबांधा चौक पर ग्रेड सेपरेटर निर्माण की आवश्यकता बताई। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग की वार्षिक योजना 2024-25 में एनएच 30 में धमतरी से जगदलपुर और एनएच 130(बी) में रायपुर-बलौदाबाजार-सारंगढ़ मार्ग फोर लेन करने का प्रस्ताव रखा। रायपुर-दुर्ग एनएच 53 के दो जंक्शन सिरसा गेट और खुर्सीपार जंक्शन पर ग्रेड सेपरेटर निर्माण की स्वीकृति का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री को अवगत कराया कि केंद्रीय सड़क निधि के तहत 1383 करोड़ रुपए लागत के 13 कार्यों के प्रस्ताव सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेजा गया। प्रस्तावों को स्वीकृत मिलने से प्रदेश की तस्वीर बदलेगी। मुलाकात के दौरान केन्द्रीय मंत्री ने नवम्बर रायपुर में होने वाले इंडियन रोड कॉंग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन में शामिल होने का न्योता कबूल किया। साथ ही सड़कों की बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए छत्तीसगढ़ के विभिन्न प्रस्तावों पर सकारात्मक पहल का आश्वासन भी दिया।