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सुबह के 15 मिनट बदल देंगे आपकी सेहत: आयुष मंत्रालय ने बताए तीन प्राणायाम के चमत्कारी फायदे

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में थकान, तनाव और सुस्ती हर किसी की आम समस्या बन चुकी है। सुबह उठते ही शरीर भारीपन महसूस करता है और दिनभर मानसिक थकान बनी रहती है।

ऐसे में योग विशेषज्ञ और आयुष मंत्रालय का मानना है कि महज 10 से 15 मिनट का प्राणायाम आपकी सेहत और दिनचर्या को पूरी तरह बदल सकता है। प्राणायाम न केवल शरीर को फिट रखता है, बल्कि अंदर से डिटॉक्स कर ताजगी भी देता है।

आयुष मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट बताती है कि प्राणायाम करने से रक्त संचार बेहतर होता है, जिससे थकान दूर भागती है और शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है।

आइए जानते हैं तीन ऐसे सरल प्राणायाम, जिन्हें नियमित रूप से करने से न सिर्फ आपका शरीर हल्का महसूस करेगा, बल्कि पाचन, मानसिक शांति और सांस संबंधी समस्याओं में भी अद्भुत सुधार होगा।

कपालभाति को पाचन तंत्र का रामबाण माना जाता है। इसे करने से फेफड़े साफ होते हैं, मांसपेशियां सक्रिय होती हैं और आंतों में रक्त संचार बेहतर होता है। यही वजह है कि गैस, कब्ज, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याओं में कपालभाति बेहद फायदेमंद है। विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित अभ्यास से शरीर के विषैले तत्व बाहर निकलते हैं और भूख भी बेहतर लगती है।

अनुलोम-विलोम, जिसे नाड़ी शोधन प्राणायाम भी कहा जाता है, शरीर और मन दोनों को गहराई से डिटॉक्स करता है। यह न सिर्फ चिंता और तनाव को दूर करने में मदद करता है, बल्कि नींद की गुणवत्ता को भी बढ़ाता है। रोजाना सिर्फ 10 मिनट का अभ्यास एकाग्रता को निखारता है और मन को सकारात्मक दिशा देता है।

भस्त्रिका प्राणायाम शरीर की गहराई से सफाई करने के लिए जाना जाता है। यह शरीर में जमा हुए विषैले पदार्थ को बाहर निकालता है और आयुर्वेद में बताए गए तीनों दोष—कफ, पित्त और वात—को संतुलित करता है। इसका असर पाचन तंत्र, श्वसन क्षमता और मानसिक शांति पर गहराई से दिखाई देता है।

विशेषज्ञों का कहना है कि अगर दिन की शुरुआत इन तीन प्राणायामों से की जाए, तो तनाव और थकान दूर होकर शरीर ऊर्जा से भर जाता है। यह न सिर्फ शारीरिक सेहत को मजबूत बनाता है, बल्कि मानसिक ताजगी और एकाग्रता भी बढ़ाता है।

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