शासन द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एम.एस.पी.) पर दलहनी-तिलहनी फसलों की होगी खरीदी

रायगढ़/ प्रधानमंत्री के द्वारा देश के अन्नदाता किसानों के लिए महत्वपूर्ण योजना ’प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान’ (पीएम आशा) के अंतर्गत प्राईज सपोर्ट स्कीम (पीएसएस) लागू की गई है.

जिसके तहत अधिसूचित दलहनी एवं तिलहनी फसलों का उपार्जन के लिए नेशनल को-ऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन इंडिया लिमिटेड (एन.सी.सी.एफ.) के साथ प्रत्येक विकासखण्ड में उपार्जन केन्द्र चयनित/निर्धारित किया गया है

जिसमें विकासखण्ड खरसिया में प्राथमिक सेवा सहकारी समिति मुरा, विकासखण्ड पुसौर में प्राथमिक सेवा सहकारी समिति कोतरा, विकासखण्ड घरघोड़ा में प्राथमिक सेवा सहकारी समिति कुडुमकेला एवं प्राथमिक सेवा सहकारी समिति लैलूंगा, विकासखण्ड तमनार में प्राथमिक सेवा सहाकारी समिति तमनार तथा विकासखण्ड धरमजयगढ़ में प्राथमिक सेवा सहकारी समिति धरमजयगढ़ एवं छाल का चयन किया गया है।

इस योजनांतर्गत खरीफ में उत्पादित मूंग, उड़द, सोयाबीन एवं मूंगफली का उपार्जन निकट भविष्य में किया जाएगा। इसके उपरांत खरीफ अरहर तथा अन्य रबी फसलों यथा चना, मसूर एवं सरसों का उपार्जन अवधि 90 दिवस निर्धारित होगा।

इस योजना के अंतर्गत उपज विक्रय हेतु इच्छुक प्रत्येक कृषक को अपना पंजीयन एकीकृत किसान पोर्टल पर कराना तथा समीपस्थ उपार्जन केन्द्र संबंधित उल्लेख करना अनिवार्य है। इस योजना के लागू होने से किसानों द्वारा अपने उत्पाद का उचित मूल्य पर विक्रय के साथ-साथ एक फसली कृषि से बहुफसलीय कृषि एवं फसल विविधिकरण को बढ़ावा मिलेगा, जिससे किसान अपने खेती से अधिक लाभ प्राप्त कर सकेंगे।

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