बिलासपुर(प्राण चढढा) ।विश्व प्रकृति निधि कोश और अचानकमार टाइगर रिजर्व के द्वारा टाइगर डे पर आयोजित कार्यक्रम में ये बात प्रमाणित हो गई कि इस टाइगर रिजर्व में 9 से अधिक टाइगर हैं। शिवतराई में शनिवार को वन विभाग ने इन टाइगर की वीडियो फिल्मों का प्रजेंटेशन दिया। इस मौके पर बिलासपुर के कमिश्नर टी.सी.महावर, फील्ड डायरेक्टर मसीह, वन विभाग के अधिकारी शिवतराई के शालेय बच्चे के अधिकारी मौजूद थे। नौ टाइगर की कैमरे में फोटो टाइगर रिजर्व के 50 फीसद एरीया में कैमरे लगाए गए थे। इसलिए कुछ और टाइगर होने की सम्भवना व्यक्त की गई है। दावा किया गया कि टाइगर्स की पट्टियों का मिलान कर ये जानकारी दी जा रहीं है। प्रजेंटेशन छपरवा के आरओ आलोक दास ने दिया, गुफा के करीब तक कैमरे लगाए गए थे। जो कहते थे वहां टाइगर नहीं, अब सही नहीं है।अचानकमार और कान्हा के बीच कॉरिडोर को वन्यजीवों के लिए और बेहतर बनाये जाने पर जोर दिया गया।
कमिश्नर महावर ने कहा टाइगर को बचने और बढ़ने का दायित्व सबका है। इसके लिए राशि की कमी नहीं होगी।हमें जंगल की रक्षा करनी है। फील्ड डायरेक्टर श्री मसीह ने टाइगर रिजर्व में बसे गांवों को किश्तवार हटाने सबके सहयोग की अपेक्षा की।ATR के दो स्टाफ यशवंत श्यामले एवं बृज भूषन दास को उत्तम कार्य हेतु WWF – INDIA द्वारा प्रमाण पत्र , बुक एवं दूरबीन देकर सम्मानित किया गया !
इस अवसर पर WWF ने दो वाहन और टैंकर दूरबीन टाइगर रिजर्व को दी।WWF के उपेन्द्र दुबे ने आयोजन की शुरुवात में टाइगर डे आयोजन के औचित्य को बताते कहा कम हो गए इस शानदार जीव की वृद्धि हो रही है। मगर इसके लिए हिरन, साम्भर और ग्रास लेंड की और वृद्धि जरूरी है।