बिलासपुर—जिला पंचायत उपाध्यक्ष समीरा पैकरा ने एक बार फिर अजीत जोगी पर हमला बोला है। समीरा पैकरा ने बताया कि अजीत जोगी का हाइकोर्ट में पेश संकल्प पत्र शपथ झूठा है। शपथ पत्र में जोगी ने अपनी जाति का जिक्र नहीं किया है। जबकि शपथ पत्र भरते समय जाति का उल्लेख किया जाना जरूरी होता है। लेकिन जोगी ने शपथ पत्र में जाति का उल्लेख नहीं किया है।एक बार फिर जोगी ने जाति को छिपाकर जनता को गुमराह किया है।
सामान्य सभा बैठक के बाद पत्रकारों के सामने जिला पंचायत उपाध्यक्ष समीरा पैकरा ने जाति मामले में एक बार फिर जोगी पर हमला किया है। समीरा पैकरा ने बताया कि जोगी ने कोर्ट में एक बार फिर झूठा और फर्जी शपथ पेश किया है। अजीत जोगी ने हाईकोर्ट में 14 जून 2017 को गलत हलफनामा पेश कर कोर्ट को गुमराह किया है। सही जानकारी छिपाए जाने पर शपथ का कोई अर्थ नहीं रह जाता है।
समीरा ने बताया कि जोगी ने 14 जून 2017 में हाईकोर्ट जाकर पार्टी चुनावी संकल्प पत्र की शपथ ली है। उन्होने लिखा है कि सरकार बनते ही संकल्प पत्र में किए गाए सारे वादों को पूरा किया जाेगा। किसानों,बेरोजगारों,युवाओं,महिलाओं,आदिवासियों,दलित वर्गों के हितों के लिए गए संकल्पों को पूरा किया जाएगा। लेकिन शपथ पत्र में अपनी जाति का जिक्र नहीं किया है।
समीरा ने बताया कि नियमानु्सार शपथ लेते समय शपथकर्ता को अपनी वर्तमान स्थिति की जानकारी देना जरूरी होता है। इसमें जाति का भी उल्लेख होता है। लेकिन जोगी ने शपथ पत्र में जाति का जिक्र नहीं किया है। इससे जाहिर होता है कि यहां भी जोगी ने फर्जी जानकारी दी है। उन्हें कम से कम इसका जिक्र करना चाहिए था।
जन्म को लेकर गलत जानकारी
समीरा पैकरा ने पत्रकारों को बताया कि अमित जोगी का जन्म कहां हुआ है। आज तक स्पष्ट नहीं है। खुद अमित जोगी इस मामले में चुप हैं। उन्होने अलग अलग दस्तावेजों में अलग अलग जगह अलग अलग जानकारी दी है। अमित जोगी ने कहीं अपने जन्मस्थान का उल्लेख जोगीसार किया है। ड्रायविंग लायसेंस के लिए जन्मस्थान इंदौर बताया है। शैक्षणिक दस्तावेज में जन्मस्थान अमेरिका के एक शहर में होना लिखा है।
समीरा ने जोगी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि कम से कम जोगी को हाईकोर्ट में पेश किए गए शपथ पत्र में वर्तमान स्टेटस का जिक्र करना चाहिए था। साथ ही अमित जोगी को अपने जन्मस्थान को लेकर भ्रम की स्थिति को खत्म करना चाहिए।लेकिन आज तक अमित जोगी ने जन्मस्थान के बारे में कुछ नहीं बताया है। अब अधूरी जानकारी देकर संकल्प पत्र को शपथ पत्र के रूप में हाईकोर्ट में पेश किया गया है।
समीरा ने कहा है कि हाईकोर्ट में अधूरी जानकारी के साथ शपथ पत्र दिया गया है। मामले को कोर्ट के सामने रखूंंगी।