नईदिल्ली।विश्व बैंक द्वारा हाल ही में जारी ईज ऑफ डुइंग बिजनेस रैकिंग में भारत का स्थान सुधरने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन लोगों को आड़े हाथ लिया जिन्हें यह यकीन नहीं हो रहा कि भारत ऐसा कर सकता है। शनिवार (04 नवंबर) को नई दिल्ली के प्रवासी भारतीय केंद्र में ‘इंडियाज बिजनेस रिफॉर्म्स’ पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधा और कहा, “मैं ऐसा पीएम हूं, जिसने वर्ल्ड बैंक की बिल्डिंग भी नहीं देखी जबकि पहले वर्ल्ड बैंक को चलाने वाले लोग यहां बैठा करते थे।” उन्होंने कहा, “कुछ लोग ऐसे हैं जो पहले वर्ल्ड बैंक में रह चुके हैं, परंतु आज भी भारत की रैंकिंग पर सवाल उठा रहे हैं।” उन्होंने तंज कसा कि करना कुछ नहीं और जो कर रहा है उससे सवाल पूछे जा रहे हैं।
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पीएम मोदी ने सवालिया लहजे में कहा कि अगर इनसॉल्वेन्सी, बैंकरप्शी कोड जैसे सुधार आपके समय में होते तो ये सौभाग्य आपके हिस्से नहीं आता क्या? उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को भारत की रैंकिंग 142 से सुधर कर 100 होने की बात समझ में नहीं आती है। इन्हें फर्क नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा, “और क्या काम है मेरे पास, बस एक ही काम है- ये देश, मेरे देश के सवा सौ करोड़ लोग और उनके जीवन में बदलाव लाना।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति की वजह से ही देश में कारोबार का माहौल अनुकूल बन सका है। उन्होंने कहा, ‘हम तेजी से सुधार कर रहे हैं। हमारी आलोचना करने वाले भी हमारे तेजी से हो रहे सुधार को पचा नहीं पा रहे हैं। जीएसटी की दिक्कतों को दूर किया है। जीएसटी के कारण ही ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की स्थिति सुधरी। ईज ऑफ डूइंग बिजनस को लेकर भारत की रैकिंग में सुधार के बाद भी सोने का मन नहीं करता है। हम भारत को नॉलेज बेस्ड इकॉनमी बनाना चाहते हैं।’