नोटबंदी की सालगिरह: कांग्रेस ने मनाया काला दिवस…नेताओं ने कहा जनता लिखेगी अंतकाण्ड…1 लाख का ईनाम

BHASKAR MISHRA
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IMG20171108125104 बिलासुपर—प्रदेश समेत बिलासपुर में भी आज नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर कांग्रेसियों ने काला दिवस मनाया गया। नेहरू चौक पर आज प्रदेश और जिले के कांग्रेस नेताओं ने नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर केन्द्र सरकार पर हमला बोला। कांग्रेस नेताओं ने काले पोस्टर पर देश भुगत रहा है के वैनर तले नोटबंदी के बाद देश के हालात पर प्रकाश डाला। केन्द्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नाराजगी जाहिर की। भाषण देने वाले नेताओं ने प्रधानमंत्री के अंदाज और भाषणों की मिमिक्री भी की है।

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                                     नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर जिला कांग्रेस नेता नेहरू चौक पर कार्यक्रम का आयोजन कर नोटबंदी निर्णय को देश की व्यवस्था पर चोट बताया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि नोटबंदी के बाद देश की अर्थव्यवस्था की रीढ टूट गयी है। आर्थिक व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गयी है। करोड़ों लोगों का रोजगार छिन गया है। महंगाई आसमान छू रही है। उद्योग धंधे चौपट हो गए हैं। मध्यम और निचले स्तर के व्यापारी घर बैठ चुके हैं। ऊंची ऊंची बाते करने वाले भाजपा नेता और खासकर प्रधानमंत्री ने नोटबंदी के दौरान जितनी बातें कहीं थी। वैसा कुछ भी दिखाई नहीं दिया।

                     कांग्रेस नेताओं ने कहा कि नोटबंदी देश पर बदनुमा दाग साबित हुआ है। केवल विपक्ष पर निशाना साधने और भाजपा के कालेधन को सफेद बनाने के लिए ही नोटबंदी का आदेश दिया गया है। नोटबंदी के दौरान सैकड़ों निर्दोष नागरिक शहीद हो गए। कांग्रेस  नेताओं ने कहा कि भाजपा के पास ना तो दृष्टि है और ना ही दृष्टकोण।

                               IMG20171108130353  नेहरू चौक में आयोजित कार्यक्रम में कमोबेश जिले के सभी कांग्रेस नेता मौजूद थे। इस दौरान पीसीसी महामंत्री अटल श्रीवास्तव,शहर जिला अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर,ग्रामीण अध्यक्ष राजेन्द्र शुक्ला,वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरूण तिवारी,जसबीर गुम्बर,शिवा मिश्रा,वैजनाथ चन्द्राकर,शेख नजरूद्दीन,शैलेन्द्र जायसवाल,सीमा पाण्डेय,चन्द्रप्रकाश वाजपेयी,प्रमोद नायक,शैलेश पाण्डेय,विजय पाण्डेय,जफर अली,रविन्द्र सिंह ने बारी बारी से अपने भाषण के दौरान सरकार की मानसिकता और जनविरोधी नीतियों पर पानी पी पीकर कोसा।

                   कांग्रेस नेताओं ने कहा कि नोटबंदी अभियान केवल तीन प्रतिशत पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए लाया गया। अटल श्रीवास्तव ने अपने भाषण के दौरान सरकार के निर्णयों पर बिन्दुवार तर्कों के साथ मुद्दों को उठाया। उन्होने कहा कि देश इस समय पूंजीपतियों की गिरफ्त में है। गरीबों और मध्यमवर्गीय लोगों का जानी हराम हो चुका है। प्रधानमंत्री के तुगलकी फरमान ने देश की अर्थव्यवस्था के ढांचे को छिन्न भिन्न कर दिया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता जसबीर गुम्बर और अरूण तिवारी ने अपने भाषण को प्रधानमंत्री की अंदाज में मिमिक्री के साथ पेश किया। जसबीर गुम्बर ने मित्रों को तकिया कलाम बनाया तो अरूण तिवारी ने ताली पीटकर भाषणवाजी की।

                                IMG20171108150912      अटल,बैजनाथ चन्द्राकर,बोलर,शिवा मिश्रा,जसबीर गुम्बर नजरूद्दीन,नायक और शैलेन्द्र ने कहा कि जनता के पास एक बार फिर बटन दबाने का समय आ गया है। मगरूर सरकार को जनता सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है। विधानसभा चुनाव में तस्वीर बदलने के संकेत आने शुरू हो गए हैं। संकेत मिलते ही प्रदेश भाजपा सरकार की नींद उड़ चुकी है। क्योंकि जनता ने भी रूख साफ कर दिया है। कि उन्हें करना क्या है। पिछले पन्द्रह सालों से प्रदेश की जनता काण्ड पढ़ते पढ़ते थक गयी है। अब जनता ने भाजपा के अंतकाण्ड लिखने का मन बना लिया है।

काले पोस्टर पर..देश भुगत रहा है…

                      नेहरू चौक पर आयोजित नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर कांग्रेसियों ने एकजुटता दिखाने का प्रयास किया। पंडाल में रखी कुर्सियां खाली नजर आयी। सभी कांग्रेसियों ने नोटबंदी को देश के लिए काला दिन बताया। पंडाल में एक काला फ्लैक्श नजर आया। फ्लैक्श में देश भुगत रहा है लिखा हुआ था। कांग्रेस नेताओं ने भाषणवाजी के दौरान पोस्टर की तरफ इशारा करते हुए कहा कि नोटबंदी के बाद देशवासी महसूस कर रहे हैं कि जब से भाजपा की सरकार आयी है तब से देश भुगत रहा है। लेकिन अब भुगतने की बारी भाजपा नेताओं की है।

एक लाख रूपए इनाम

                     अरूण तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री खुद को सरदार बल्लभबाई पटेल का चेला कहते हैं। मैं एक लाख रूपए का एलान करता हूं कि बिलासपुर के किसी भी मिडिया में यदि किसी भाजपा नेता या कार्यकर्ता का पटेल की फोटो पर माला चढ़ाते हुए फोटो दिखा दे मैं उसे एक लाख रूपए इनाम दूंगा। तिवारी ने कहा कि हम लोग सरदार पटेल को धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए 31 अक्टूबर को नमन करते हैं। लेकिन भाजपा के मौका परस्त नेता सरदार पटेल का नाम वोट के लिए इस्तेमाल करते हैं।

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