नईदिल्ली।शराब कारोबारी विजय माल्या पर जांच एजेंसियों सीबीआई और ईडी ने नकेल कसना शुरू कर दिया है।जांच एजेंसियों ने कहा है कि माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस के लिए बैंकों से लिए गए 6 हजार करोड़ से अधिक रुपये के लोन विदेश स्थित शेल कंपनियों में डायवर्ट किया।इस खुलासे के बाद जांच एजेंसियां अब एक नई चार्जशीट दायर करेगी।एजेंसियों की जांच में पता चला है कि रकम को कथित तौर पर सात देशों की फर्जी कंपनियों में ट्रांसफर किया गया। एजेंसीयों का कहना है कि आईडीबीआई से लिए गए 900 करोड़ रुपये के लोन मामले में पहले ही चार्जशीट फाइल की गई थी।एजेंसियों को उम्मीद है कि 6000 करोड़ के लोन की हेराफेरी मामले में नई चार्जशीट से माल्या के प्रत्यर्पण में आसानी होगी।माल्या के प्रत्यर्पण का मामले की सुनवाई ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट में हो रही है।
एक अधिकारी ने बताया, ‘हम दूसरी चार्जशीट फाइल करने वाले हैं।हमारी जांच से पता चला कि बैंकों ने किंगफिशर एयरलाइंस को जो लोन दिया था, उसे माल्या और उसके सहयोगियों ने फर्जी कंपनियों में भेज दिया। हमने अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और आयरलैंड को लेटर्स रोगेटरी भेजे हैं और जल्द जवाब मिलने की उम्मीद कर रहे हैं।’वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण मामले की अगली सुनवाई 20 नवंबर को होगी। माल्या ने भारतीय बैंकों से 9 हजार करोड़ रुपये लिये थे। माल्या मार्च 2016 में भागकर ब्रिटेन चला गया है और उसे वापस लाने की कोशिश भारत कर रहा है।