सुलझ गयी अंधे कत्ल की गुत्थी…प्रेमी और पत्नी ने उतारा था मौत के घाट..बिल्हा थाना की घटना

BHASKAR MISHRA
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IMG-20171028-WA0076बिलासपुर— बिलासपुर जीआरपी ने दो दिन पहले बिल्हा रेलवे यार्ड में दो टुकडों में मिले शव का हत्या होना बताया है। जीआरपी ने खुलासा किया है कि केजू राजपूत के दो टुकड़े ट्रेन की चपेट में आने से हुई है। इसके पहले उसकी हत्या हत्या की गयी थी। पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद केजू के हत्यारे उसकी पत्नी और प्रेमी को गिरफ्तार र कर लिया गया है। दोनों को न्यायालय के हवाले किया गया है।

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                      जीआरपी ने आज खुलासा किया कि बिल्हा रेलवे यार्ड के पास 26 अक्टूबर को केजू राजपूत की दो टुकड़ों में लाश मिली थी। सूचना के बाद जीआरपी जवानों ने पटरी से शव को बरामद किया। जांच पड़ताल का आदेश दिये जाने के बाद शव को पीएम के लिए भेजा गया। पीएम के बाद केजू के शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया था।

                             जीआरपी थानेदार एम.एल.राजपूत ने हत्या का खुलासा किया कि 26 अक्टूबर को बिल्हा रेलवे यार्ड के पास एक व्यक्ति की ट्रेन की चपेट में आने से मौत की जानकारी मिली। जरूरी कार्रवाई के शव बिल्हा थाने के हवाले किया गया। पीएम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया।

                                                        अंतिम संस्कार के पहले  शव को नहलाते समय केजू के पिता अमृत राजपूत ने गले और सिर पर चोट के निशान देखा। अंतिम संस्कार के बाद अमृत राजपूत जानकारी देने बिल्हा थाने गया। थानेदार को शव के गले और सिर पर चोट की जानकारी दी। बिल्हा पुलिस ने अमृत राजपूत को जीआरपी थाना बिलासपुर भेजा।

                         जीआरपी थानेदार एम.एल.राजपूत ने बताया कि अमृत राजपूत का घर बिल्हा थाना क्षेत्र के उमरिया गांव में है। अमृत ने बताया कि केजू की मौत ट्रेन से नहीं हुई है। हत्या करने के बाद उसे पटरी पर फेंका गया है। क्योंकि उसके गले और सिर पर चोट के निशान हैं। इस बीच केजू की पीएम रिपोर्ट भी आ चुकी थी। रिपोर्ट में भी केजू की मौत सिर और गले पर धारदार हथियार से किया जाना बताया गया है।

थानेदार एम.एल.राजपूत के अनुसार पूछताछ के दौरान मृतक का पिता अमृत ने बताया कि केजू की मौत के लिए बेटे की पत्नी जिम्मेदार है। केजू की पत्नी संतोषी का अवैध संबध गांव के ही एक व्यक्ति से है। इस बात को लेकर केजू अपनी पत्नी संतोषी से नाराज रहता था। अमृत ने बताया कि प्रेमी का नाम बिहारी लाल राजपूत है। पूछताछ के बाद जीआरपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मृतक की पत्नी और बिहारी लाल राजपूत को गांव से हिरासत में लिया। पूछताछ में दोनों ने केजू की हत्या करना स्वीकार कर लिया है।

आपत्तिजनक स्थिति में मिले थे प्रेमी प्रेमिका

जीआरपी को संतोषी ने बताया है कि घटना की रात्रि बिहारी लाल से मिलने खेत की तरफ गयी थी। इसी बीच केजू राजपूत की नींद खुल गयी। बिस्तर पर नहीं देखने के बाद वह समझ गया। क्रोध में घर से कुल्हाड़ी लेकर खेत तरफ आया। घास की सरसराहट सुनकर वह मौके पहुंच गया। बिहारी लाल ने जीआरपी को बताया कि केजू हम दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देखते ही गाली गलौच करने लगा। । संतोषी ने केजू का ध्यान भटकाया और पीछे से सिर पर पत्थर से वार कर दी। केजू राजपूत लडखड़ा कर गिर गया। इसके बाद मैने उसी के कुल्हाड़ी से सिर और गर्दन पर वार किया। घटनास्थल पर उसकी मौत हो गयी।

स्कूटी से रेलवे पटरी पर छोड़ा

जीआरपी को दोनों आरोपियों ने बताया कि स्कूटी से शव को खेत से पटरी तक लाए। किसी तरह केजू के शव को पटरी पर लिटा दिया। गाड़ी गुजरने के बाद केजू का शरीर दो टुकड़ों में बंट गया। इसके बाद हम लोग घर चले गए।

बहरहाल हत्या की गुत्थी सुलझने के बाद केजू राजपूत का पिता खुश है। लेकिन बेटे को खोने के बाद टूट गया है। उसने बताया कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।

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