रायपुर–छत्तीसगढ़ समेत देश में मानव और वन्यजीव संघर्ष का पर्याय बना हुआ है। राज्य के अलग-अलग हिस्से में लगातार हाथी, भालू, तेंदुआ और मनुष्य के बीच संघर्ष के मामले सामने आते रहे हैं। इसी संघर्ष को ध्यान में रखते हुये मध्यभारत में पर्यावरण, समाज और वन्यजीव जैसे मुद्दों पर काम करने वाली कंजरवेशन कोर सोसायटी ने वन्यजीव सप्ताह में ‘मानव-वन्यजीव संघर्ष’ पर एक संवाद का आयोजन किया है।
3 अक्टूबर को न्यू सर्किट हाउस में आयोजित संवाद कार्यक्रम में भारतीय वन्यजीव बोर्ड के सदस्य और हाथियों के विशेषज्ञ डॉक्टर पीएस इसा, हाथी और मानव संघर्ष को रोकने के लिये पिछले साल ग्रीन ऑस्कर से सम्मानित एनसीएफ नीलगीरी के गणेश रघुनाथन, खान और खनिज मामलों के विशेषज्ञ आर श्रीधर, ओडिशा की सामाजिक कार्यकर्ता संध्या देवी, कंजरवेशन कोर सोसायटी के संरक्षक सदस्य और फिल्म अभिनेता ओमपुरी, राज्य के उद्योग मंत्री अमर अग्रवाल और नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव इस आयोजन में भाग लेंगे।
इस आयोजन में छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों से ग्रामीण, सामाजिक कार्यकर्ता और विषय विशेषज्ञों के अलावा बड़ी संख्या में शोधार्थी भी शामिल होंगे। इससे पहले 2 अक्टूबर को कंजरवेशन कोर सोसायटी के संरक्षक मंडल के सदस्यों फिल्म अभिनेता ओमपुरी, भारतीय विद्यापीठ पुणे के निदेशक डॉक्टर एरीक भरुचा, विश्व बैंक के सलाहकार समीर घोष समेत दूसरे सदस्य संगठन के विस्तार को लेकर चर्चा करेंगे.