बिलासपुर— बिलासपुर को आने वाले समय में देश के सबसे अच्छे स्मार्ट सिटी गिना जाएगा। देश के 100 स्मार्ट सिटी के लिए 45 कन्सल्टेंट तय किये गए हैं। उनमें से हम सर्वश्रेष्ठ कन्सल्टेंट से रायपुर और बिलासपुर के लिए कार्ययोजना तैयार करवाएंगे। कार्ययोजना दिसम्बर तक भारत सरकार को सौंप दिया जाएगा। प्रस्तावित योजना आगामी पचास साल के लिए तैयार की जाएगी। ये बातें आज प्रेस कांफ्रेंस में बिलासपुर को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिलने के बाद काफी खुश नजर आ रहे प्रदेश के निकाय मंत्री अमर अग्रवाल ने अपने निवास स्थान में कही।
अमर अग्रवाल ने कहा कि बिलासपुर की चार प्रमुख सम्याएं हैं। इनमें से सबसे ज्यादा समस्या जल निकासी को लेकर है। यहां का ड्रेनेज सिस्टम को दुरूस्त किया जाना सबसे महत्वपूर्ण काम में से एक है। अमर अग्रवाल ने कहा कि शहर में यत्र तत्र कचरा डम्प किया जाता है। इस पर रोक लगाने के साथ सालिट वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। हम इस पर प्राथमिकता के साथ ध्यान देंगे। इस पर हम काम कर भी रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह काम स्मार्ट सिटी के लिए बहुत जरूरी है। इसे हम ठीक कर रहे हैं। निकाय मंत्री ने बताया कि स्मार्ट सिटी की घोषणा बिलासपुर वासियों की उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि आगे भी जनता का कार्ययोजना में इसी तरह से सहयोग मिलता रहेगा तो 11 साल के भीतर बिलासपुर स्मार्टी सिटी का बन जाएगा।
अमर अग्रवाल ने बताया कि स्मार्ट सिटी परिकल्पना में चौबिस घंटे पानी और बिजली की सुविधा को प्रमुखता से लिया जाएगा। बिजली और पानी हमारे पास पर्याप्त मात्रा में है। बस इस पर ध्यान केन्द्रित करने की जरूरत है। यह काम हो भी रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में स्ट्रीट लाइट को एलईडी में बदल दिया जाएगा। इससे शहर प्रकाशमय तो होगा कि साथ में एनर्जी की बजत भी होगी। शहर को पानी चौबिस घंटे मिलेगा। नागपुर में यह सुविधा पहले से ही है।
अमर अग्रवाल ने कहा कि हमारा बिलासपुर स्मार्ट सिटी की दिशा में आगे कैसे बड़े इस पर मिलजुलकर काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिलासपुर की सबसे बड़ी समस्या मे से एक यातायात की समस्या प्रमुख है। इसे मैं भी महसूस करता हूं। लेकिन इसे ना केवल दुरूस्त किया जाएगा। बल्कि सर्वश्रेष्ठ भी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी बनने से स्वास्थ्य सुविधाओं का ना केवल विस्तार होगा बल्कि सेवाओं का बेहतर जाल भी फैलेगा। मंत्री ने बताया कि सभी सेवाएं आनलाइन होंगी। वाई फाई कनेक्शन होगा। स्मार्ट सिटी की परिकल्पना को आधारभूत जामा पहनाने के लिए यह सब चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा।
अमर अग्रवाल ने पत्रकारों से बताया कि आने वाले समय में चार बड़ी योजनाएं शहर को पहचान देंगी। उन्होंने बताया कि देश में अचानक मार टाइगर रिजर्व अपने ठंग का अनोखा उद्यान हैं। यहां देश का एक मात्र ब्लैक पैंथर है। जो अन्तर्राष्ट्रीय पहचान के लिए एक महत्वपूर्ण कारक भी है। उन्होंने कहा कि शायद ही कोई राष्ट्रीय उद्यान एयर बेस के इतने करीब है। उन्होंने कहा कि अरपा रिवर डेवलपमेंट से बिलासपुर शहर को ना केवल विस्तार मिलेगा बल्कि एक अत्याधुनिक शहर के रूप में बिलासपुर सबके सामने आएगा।
अमर अग्रवाल ने बताया कि बिलासपुर में एयर स्ट्रिप है। जमीन को पहले ही सरकार को हैण्ड ओवर कर दिया गया है। जल्द ही एयर स्ट्रीप को भी हैंड ओवर कर दिया जाएगा। आने वाले समय में यहां आने वाले एअर लाइन का रास्ता साफ हो जाएगा। मंत्री ने बताया कि ब्रिटिश कालीन मोहनभाठा एअर बेस कैम्प सर्वे चल रहा है। इसे भी बिलासपुर में शामिल करेने का प्रयास किया जाएगा। भारत सरकार से हमारी बातचीत प्रगति पर है।
अमर अग्रवाल ने बताया कि दगौरी बृहद औद्योगिक क्षेत्र के विकास को लेकर कार्य अंतिम चरण में है। इस परियोजना से बिलासपुर स्मार्ट सिटी को चार चांद लगेगा। उन्होंने बताया कि कल मैं अमेरिकन चैम्बर प्रतिनिधि से मुलाकात कर मैने बताया कि बिलासपुर को बेहतर स्मार्ट सिटी बनाने के ले प्राथमिकता के साथ क्या कुछ किया जा सकता है इस पर अपनी योजना दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी का विकास आगामी पचास साल को लक्ष्य बनाकर किया जा रहा है। साथ ही अमर ने कहा कि दो शहरों के अलावा अन्य शहरों का विकास स्मार्ट सिटी के ही तर्ज पर किया जाएगा।
एक सवाल के जवाब में अमर ने बताया कि स्मार्ट सिटी के लिए कुछ अनुदान केन्द्र और कुछ राज्य सरकार से मिलेगा। इसके अलावा निगम भी वित्तीय प्रबंध करेगा। निगम को पीपीपी मॉडल से या फिर किसी अन्य योजनाओं से योजना के लिए पूंजी जनरेट करना पडेगा। मेंटनेंस के सवाल पर मंत्री ने कहा कि इस पर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। एटीआर में कुछ खर्च करने की जरूरत नहीं है। अरपा विकास योजना सेल्फ फायनेंस से होगा। औद्योगिक विकास पर ज्यादा खर्च आता नहीं है। एयर बेस के लिए खुद की जमीन है। सालिट वेस्ट मैनेजमेंट और लाइट के लिए हम वित्त की व्यवस्था कर लेंगे।
अमर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि स्मार्ट सिटी में कितना खर्च होगा और आएगा कहां से कोई मायने नहीं रखता है। उन्होंने कहा कि मैं 11 साल से निकाय मंत्री हूं। हमारे यहां की मूल समस्या प्लानिंग का ठीक से नहीं होना है। बिलासपुर का ड्रेनेज सिस्टम विकास में सबसे बड़ी बाधा है। इसके स्थायी समाधान के लिए 20-25 साल पहले प्लानिंग किया गया होता तो शायद बिलासपुर वासियों को इतनी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता। चूंकि बिलासपुर पुराना शहर है जाहिर सी बात है कि नए निर्माण के साथ समस्याएं आएंगी उसे मिलजुलकर ठीक कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्लानिंग यदि सही हो तो पैसा बहुत बड़ा फैक्टर नहीं रह जाता ।
एक सवाल के जवाब में अमर अग्रवाल ने कहा कि स्मार्ट सिटी बनाने में आमलोगों की रायशुमारी को महत्व दिया जाएगा। सभी को जिम्मेदारी के साथ काम करना होगा। एसेसमेन्ट को गंभीरता से लेना होगा। टैक्स कम्प्लेन को गंभीरता के साथ निपटारा किया जाना हमारी प्राथमिकता होगी। हमने सेल्फ एसेसमेंट के जरिए टैक्स को अधिक से अधिक ईमानदारी के साथ पटाने को कहा है। इन जैसे तमाम मुद्दों को ठीक करने की जरूरत है। अमर ने कहा कि यदि कर्मचारी और व्यापारी स्मार्ट नहीं होंगे तो बिलासपुर को स्मार्ट सिटी कैसे बनाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारे प्रयास रहेगा कि यह सब सौहार्धपूर्ण वातावरण में हो। यदि कोई नियमों को अनदेखी करेगा तो उस पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक सम्पत्ति की हिफाजत जरूरी है। मुझे उम्मीद है कि जनता हमारा सहयोग करेगी। क्योंकि यह सब उन्ही के लिए किया जा रहा है।
अंत में अमर अग्रवाल ने कहा कि बिलासपुर का विधायक हूं जाहिर सी बात है कि बिलासपुर का विकास मेरी प्राथमिकता में है। लेकिन अन्य शहरों के साथ मेरा व्यवहार और काम विकास को लेकर सम्यक रहेगा।