कलेक्टर कार्यालय परिसर में कुत्तों की धरपकड़..घंटों मशक्कत के बाद हाथ खाली…नाराज लौटे निगम कर्मचारी

BHASKAR MISHRA

बिलासपुर– शहर में आवारा कुत्तों की बाढ़ आ गयी है। आवरा कुत्तों पर लगान कसने निगम ने डाग धरपकड़ अभियान चलाया है। कलेक्टर में घंटों मशक्कत के बाद कर्मचारियों को खाली हाथ लौटना पड़ा है। टीम में शामिल कुछ कर्मचारियों ने बताया कि जबरदस्ती भेजा गया। दरअसल निगम के पास कोई काम नहीं रह गया है। इसलिए हमेंं सफाई अभियान से हटाकर कुत्ता पकडने के अभियान में लगा दिया है। कर्मचारियों ने बताया कि अब तो अपने आप पर क्रोध आ रहा है।

             
Join Whatsapp Groupयहाँ क्लिक करे

                           आवारा कुत्तों को पकड़ने आज निगम की काउ कैचर टीम कलेक्टर कार्यालय पहुंची। घंटो मशक्कत के बाद एक भी कुत्ते को पकड़ने में कामयाबी नहीं मिली। नया नया फांदा लेकर घूम रहे टीम के सदस्यों ने बताया कि यहां घंटो बैठे रहे लेकिन एक भी कुत्ता नजर नहीं आया। हमें बताया गया था कि कलेक्टर परिसर में आवारा कुत्तों ने लोगों का आना जाना मुश्किल कर दिया है। हम ढूंढते रहे लेकिन एक भी कुत्ता दिखाई नहीं दिया। कर्मचारियों ने बताया कि कल तक हमारा काम साफ सफाई करना था। फिर आवारा मवेशियों के पीछे भटकने को कहा गया। अब निगम ने कुत्तों के पीछे लगा दिया है। अब हमें अपने आप पर क्रोध आने लगा है।

             कुक्ता पकड़ अभियान के एक सदस्य ने बताया कि सात आठ नई जंजीर खरीदकर दिया गया हैं। कुत्तों को पकड़डने तीन-चार फादा भी बनाया गया। लेकिन मजाल है एक भी कुत्ता नजर आया हो। दरअसल निगम ने हमारी ही स्थिति कुछ ऐसी कर दी है कि कल हमें भी कोई पकड़ने आ जाएगा।

              कुत्ता पकड़ अभियान के सदस्यों के अनुसार हमे बताया कि कुत्तों ने कलेक्टर परिसर में लोगों का आना जाना मुश्किल कर दिया है। लेकिन यहां हमे ऐा कुछ नहीं दिखाई दिया है। लेकिन हम कर ही क्या सकते हैं…नौकरी कर रहे हैं इसलिए कुत्तों के पीछे भटक रहे हैं। दरअसल निगम को हमारा सुख देखा नहीं जा रहा है।

close