अब मीजल्स,रूबैला को भगाने की बारी…सीएचएमओं ने बताया…6 लाख से अधिक बच्चों को लगाएंगे टीका

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—कलेक्टर कार्यालय स्थित मंथन सभागार में मीजल्स-रुबैला टीकाकरण अभियान को लेकर मीडिया संवेदीकरण एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। मीजल्स-रुबैला टीकाकरण अभियान की जानकारी दी गयी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी बी.बी.बोर्डे ने बताया कि इस खतरनाक विमारी के खिलाफ शासन ने एक महीने तक विशेष अभियान चलाने के फैसला लिया है। अभियान 6 अगस्त से शुरू होकर तीस दिनों तक चलेगा। जिले के 24 लाख से अधिक बच्चों को मीजल्स और रूबेला टीकाकरण किया जाएगा।

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           मीजल्स-रुबैला टीकाकरण अभियान अगस्त 2018 से शुरू किया जायेगा। अभियान को सफल बनाने मंथन सभागार में अभियान की योजना, प्रबंधन, प्रचार-प्रसार की गतिविधियों की जानकारी पत्रकारों को दी गयी।  मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.बी.बी.बोर्डे, टीकाकरण अधिकारी डाॅ. अविनाश खरे, ने बताया कि डब्ल्यू.एच.ओ. दक्षिण पूर्ण एशिया क्षेत्र के 10 अन्य देशों के साथ भारत में 2020 तक खसरें को खत्म करने का फैसला किया है। इस बात को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार ने पूरे देश में चरणबद्ध तरीके से खसरा-रुबैला (एम.आर.) टीकाकरण अभियान चलाकर 9 माह से 15 वर्ष तक के सभी बच्चों को टीकाकृत करने का निर्णय लिया है।  अभियान के दौरान देश के लगभग 41 करोड़ बच्चों को टीका लगाया जाएगा।

                 मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.बोर्ड ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में 43 लाख समेत बिलासपुर जिले में लगभग 6 लाख 42 हजार बच्चों का टीकाकरण होगा। अभियान 6 अगस्त से प्रारंभ होकर 30 कार्यालयीन दिवसों में आयोजित किया जायेगा। रविवार और अन्य शासकीय अवकाशों के अलावा मंगलवार और शुक्रवार को नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अभियान नहीं चलेगा।
                    बोर्डे ने बताया कि मीजल्स (खसरा) ऐसा संक्रामक रोग है। 5 वर्ष के बच्चों की मृत्यु का प्रमुख कारण है। अटीकाकृत गर्भवती महिला अगर गर्भावस्था के दौरान रुबैला वायरस से सक्रमित हो जाती है तो  भ्रूण मृत्यु का कारण हो सकता है। गर्भपात और गर्भदोष का कारण बन सकता है। बोर्डे ने बताया कि आंकड़ों से पाया गया है कि मीजल्स-रुबैला की घटना 15 वर्ष तक के बच्चों में ज्यादा पाई जाती है।
              भारत सन् 2020 तक खसरा उन्मूलन तथा सी.आर.एस. के नियंत्रण के लिए प्रतिबद्ध है। अभियान में 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को लक्ष्य बनाकर राज्य व्यापी वृहद् टीकाकरण अभियान चलाया जायेगा। अभियान के दौरान समस्त बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्र, शिक्षा संस्थान सरकारी/गैर सरकारी विद्यालय, मदरसा आदि में खसरा-रुबैला (एम.आर.) का एक टीका दिया जायेगा। कार्यशाला में टीकाकरण अधिकारी डाॅ. अविनाश खरे ने मीजल्स और रुबेला टीकाकरण अभियान का प्रजेंटेशन भी दिया गया।
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