“AAP” कार्यकर्ताओं के साथ जेल में हुआ जानवरों से भी बदतर सलूक,रिहाई के बाद कहा-प्रदेश में इमरजेंसी जैसे हालात

Shri Mi
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रायपुर।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक व रायपुर ग्रामीण प्रत्याशी डॉ संकेत ठाकुर, प्रदेश सचिव व रायपुर पश्चिम प्रत्याशी उत्तम जायसवाल, प्रदेश कोषाध्यक्ष व तखतपुर प्रत्याशी अनिल बघेल, प्रदेश महिला अध्यक्ष व पाटन विधानसभा प्रत्याशी दुर्गा झा, रायपुर लोकसभा अध्यक्ष व रायपुर दक्षिण प्रत्याशी मुन्ना बिसेन, रायपुर उत्तर प्रत्याशी योगेंद्र सेन,डागेश्वर भारती, नौशाद अली, एम एम हैदरी, दीपक शुक्ला,समेत 14 पदाधिकारी रायपुर एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिल्ली में चल रही अधिकारियों की अनौपचारिक हड़ताल के मुद्दे पर हस्तक्षेप करने को लेकर ज्ञापन देने गए थे लेकिन पुलिस ने सभी उम्मीदवारों व पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर 14 जून को धारा 151 लगाकर रायपुर सेन्ट्रल जेल भेज दिया था।प्रदेश संयोजक, डॉ संकेत ठाकुर ने बताया कि उन्हें हत्या जैसे अपराध करने वाले अपराधियों के साथ रख रमन सरकार के इशारे पर हम 14साथियों के साथ जानवरों से भी बदतर सलूक किया जा रहा था।यह सब सुन पूरे प्रदेश में आम आदमी पार्टी के सभी कार्यकर्ता बहुत आक्रोशित है। रमन सरकार का इस तरह दमन की नीति अपनाना बहुत निंदनीय है, इसे जनता भी आंदोलित हो रही है।

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जमानत याचिका लगाने पर उसे ऊपर से दबाव के चलते 27जून तक टाल दिया गया था, पता चला है कि दुर्भावना वश 15 जून को पुलिस ने 5 अन्य गैर-जमानती धाराएं 147, 186, 332, 353, 419 साजिश पूर्वक लगा दी थी। ये धाराएँ उन लोगों पर लगाई जाती हैं जो घोर व पेशेवर अपराधी होते है ।डॉ संकेत ठाकुर ने आगे कहा कि हमारे प्रदेश में तो अघोषित आपातकाल पिछले कई वर्षों से चल रहा है ऐसा हम राजनीतिक दुर्भावना से नही कह रहे हैं अपितु ये सब हम साथियों ने 12 दिन सेन्ट्रल जेल में रह कर झेला व महसूस किया है ।

डॉ सुशील गुप्ता ने कहा कि हमारे साथियों का गुनाह सिर्फ सिर्फ इतना था कि वे हमारे प्रधानमंत्री को उनके वादे याद दिलाने व प्रदेश में किसान मज़दूरों ,बुज़ुर्गों के पेंशन, अरबों के घोटालों की जानकारी देना चाह रहे थे पर उन्हें अपराधियों की तरह गोली मारने की धमकी ,माँ बहन की गालियों व मारपीट कर 5 आपराधिक धाराओं के तहत सलाखों के पिछे डाल दिया गया ।रमन का दमन यहाँ भी नही रूका जेल पहुँचते ही हमारे साथियों के साथ अपराधियों की तरह सलूक किया गया उन्हें तोड़ने के लिए सजायाफता क़ैदियों के साथ रखा गया और हर साथी को अलग अलग बैरक में डाला गया।हमारे क्रांतिकारी साथियों ने जेल में भी अपनी राह नही बदली और वहाँ फैली अव्यवस्था पर आवाज़ उठाई। जेल में साथियों को अलग अलग तरह से मानसिक प्रताड़ना दी गई पर जेल में बंद कैदी भाइयों ने उनका समर्थन किया और रमन सरकार के मंसूबों को कामयाब नही होने दिया ।

डॉ संकेत ठाकुर ने कहा कि आज भी जेल में हज़ारों निर्दोष बंद हे सिर्फ पुलिस और प्रशासन के षड्यंत्र की वजह से सैकड़ों क़ैदी भाई हैं जो अपनी सज़ा से कई साल ज़्यादा काट चूके हैं पर सरकार ना छोड़ रही है ना इनकी सुध ले रही है। जेल में करोड़ों का घोटाला हर महिने हो रहा है, इसमें सब के सब शामिल हैं और इस गोरखधंधे पर भी हम बहुत जल्द ख़ुलासा करेंगे।प्रदेश कोषाध्यक्ष अनिल बघेल ने बताया कि रमन के दमन का अंदाज़ा इस बात से लगा सकते हैं की कई बार पिछले दो साल में जेल यात्रा करवाई है आम आदमी पार्टी के साथियों को लेकिन हमने भी ठाना है जेल तो अब घर की तरह हो गया है बाहर रहेंगे या अंदर पर रमन के दमन का विरोध जारी रहेगा और पहले तो माँग थी पर अब तो जिद है हिसाब तो हम ले कर रहेंगे और आपको देना होगा।

प्रदेश सचिव उत्तम जायसवाल ने बताया कि रमन सरकार आम आदमी पार्टी को चुनाव के पहले ही फर्जी प्रकरणों में उलझा के परेशान करने की कोशिश कर रही है। इससे ये बात पूरी तरह से साफ़ होता है कि भाजपा सरकार दिल्ली से लेकर छत्तीसगढ़ तक आम आदमी पार्टी से डर गई है और दमन की नीति बदस्तूर जारी रख जनता की ईमानदार आवाज को कुचलना चाहती है।

रायपुर लोकसभा अध्यक्ष मुन्ना बिसेन ने बताया कि जेल में कैदियों के साथ जानवरों से भी ज्यादा बदतर व्यवहार हो रहा है । सूखी रोटियां पानी से भरी दाल, पानी मे ही तर सब्जियां, मोटा कंकड़ मिला चावल दिया जाता है । बैरक में क्षमता से दो-तीन गुना अधिक बन्दियों को जानवरों की तरह ठूंसकर रखा जाता है ।रमन का दमन मानवता की हद भी पार कर चुका है।डॉ संकेत ठाकुर ने  अंत में कहा कि आम आदमी पार्टी भाजपा सरकार की दमनकारी नीतियों से डरने वाली नहीं है । रमन सरकार  द्वारा किये जा रहे अत्याचारों का जनता के साथ मिलकर सामना करेगी व आने वाले विधानसभा चुनाव2018 में रमन सरकार को उखाड़ फेंक बदलाव लाकर रहेगी।

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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