बिलासपुर– कांग्रेस नेताओं ने शहर के वार्डों में लगाए जा रहे समाधान शिविर को राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है। जिला प्रशासन से मिलकर कांग्रेसियों ने बताया कि स्पष्ट किया जाए कि वार्डों में लगाए जा रहे समाधान शिविऱ भाजपा की तरफ से है या फिर सरकारी आयोजन है। क्योंकि शिविर में सरकार के कर्मचारी काम कर रहे हैं। लेकिन बैनर पोस्टर लगाकर भारतीय जनता पार्टी का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। जो निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ सर्विस रूल्स 1961 की धारा 5 उल्लंघन है।
शनिवार को जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर,निगम नेता प्रतिपक्ष शेख नजरूद्दीन और ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष तैय्यब हुसैन ने जिला प्रशासन से लिखित शिकायत की है। कांग्रेस नेताओं ने बताया कि वार्डों में चल रहे समस्या समाधान शिविर में रूलिंग पार्टी का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। जबकि शिविर सरकारी है। ऐसी गतिविधियों पर तत्काल रोक लगायी जाए।
बोलर,शेख नजरूद्दीन और तैय्यब ने कहा कि शिविर में भारतीय जनता पार्टी के चुनाव चिन्ह,मंडल का नाम और समाधान शासकीय शिविर में भाजपा पदाधिकारियों को स्थान दिया जा रहा है। जो नियमानुसर अनुचित है।
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि वार्डों में भारतीय जनता पार्टी कार्यालय खोले गए हैं। कार्यालय खुलने का किसी को कोई एतराज नहीं है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के सभी वार्ड कार्यालय सरकारी भवन,जमीन और सामुदायिक भवनों में खोले गए हैं। जिसे तत्काल बंद किया जाए। क्योंकि ऐसा करना छत्तीसगढ़ सर्विस रूल्स के खिलाफ है।
कांग्रेस ने कहा कि जिला प्रशासन बताए कि सामुदायिक केन्द्रों,भवनों और सरकारी जमीनों पर लगाया जाने वाला समस्या समाधान शिविर शासकीय है या भाजपाई। यह जानते हुए भी शिविर में तैनात सभी कर्मचारी विभिन्न विभागों से हैं। लेकिन सभी जगह भारतीय जनता पार्टी का झण्डा बैनर लगा है। यदि कार्यक्रम शासकीय है तो शिविरों में लगाए गए सभी झण्डा बैनर हटाए जाएं। साथ ही ऐेस लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।