…क्यों कहा मानसिक बीमारी और विकास का दुश्मन…कार्यक्रम में प्राचार्यों ने क्या किया..पढ़ें प्रार्थना भवन की गतिविधि

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर–छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के निर्देश पर जल संसाधन विभाग के प्रार्थना सभा में एक दिवसीय जेण्डर समता प्रहरी अभियान चलाया गया। इस दौरान 69 विद्यालय और महाविद्यालयों के चयनित प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में शहर के लगभग 25 विद्यालय के प्राचार्य भी शामिल हुए।
            प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय ने किया। इस दौरान बताया गया कि 7 जुलाई 2018 को आयोग महारानी लक्ष्मीबाई के पुण्य तिथि पखवाड़े पर वीरांगना मार्च का आयोजन किया जाएगा।
                कार्यक्रम के दौरान राज्य महिला आयोग अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय ने बताया कि महिलाओं का सर्वांगीण विकास एवं सशक्तिकरण तब तक संभव नहीं है जब तक समाज में जेण्डर भेद-भाव रहेगा। जेण्डर ना केवल सामाजिक बल्कि मानसिक बुराई भी है। ऐसी सोच विकास में मानव अधिकार के खिलाफ है।  इस बुराई को मिलकर दूर करना होगा। उन्होने बताया कि आयोग की तरफ से जेण्डर समता प्रहरी अभियान चलाया जा रहा है।
               हर्षिता ने कहा कार्यक्रम के माध्यम से विधिक जागरूकता, आत्मरक्षण, समता संवर्धन और प्रशिक्षण संस्थानों में किया जायेगा। महिला आयोग की अध्यक्ष ने वीरांगना मार्च के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 7 जुलाई को बिलासपुर जिले में होने वाले वीरांगना मार्च में अधिक से अधिक भागीदारी हो।
               कार्यक्रम में लगभग 69 विद्यालय के 130 प्रशिक्षक और वीरांगना मार्च कार्य योजना पर चर्चा के लिए जिला शिक्षा अधिकारी अभय कौशिक के साथ ही 25 विद्यालय के प्राचार्य मौजूद थे। कार्यक्रम में वीरांगना मार्च कार्य योजना एवं रणनीति पर अमरजीत छाबड़ा ने भी अपने बातों को रखा।
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