नईदिल्ली।पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने प्रदर्शन का समर्थन किया है। पत्र में लिखा है कि राजनीतिक द्वेष एवं अहंकार से ग्रसित केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित प्रशासनिक हड़ताल के विरुद्ध किये जा रहे आपके धरने का मैं समर्थन करता हूँ। मैं, मेरे दल जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के लाखों कार्यकर्ता एवं ढाई करोड़ छत्तीसगढ़वासी, संघर्ष की इस घड़ी में आपके साथ हैं।
केजरीवाल को लिखे पत्र में अजीत जोगी ने लिखा है कि केन्द्र सरकार और दिल्ली सरकार के बीच जारी यह टकराव देश की लोकतांत्रिक और संघीय व्यवस्था के लिए घातक है। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि दिल्लीवासियों द्वारा चुनी गई लोकतांत्रिक सरकार को केवल राजनीतिक उद्देश्य एवं स्वार्थ की पूर्ति के लिए चलने नही दिया जा रहा है एवं अकारण परेशान किया जा रहा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं उनके वरिष्ठ मंत्रियों से पिछले छह दिनों से नही मिलना, उपराज्यपाल के दायित्व के राजनीतिकरण को दर्शाता है। दिल्ली और केंद्र सरकार के बीच इस विवाद से उपराज्यपाल जैसे संवैधानिक और निष्पक्ष पद की गरिमा को ठेस पहुंची है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सहित छत्तीसगढ़ एवं कई अन्य राज्यों में प्रशासनिक अधिकारी केंद्र सरकार के राजनीतिक एजेंट की भूमिका निभा रहे हैं एवं लोकनीति का पथ छोड़, राजनीति के पथ पर चल रहे हैं। संघीय व्यवस्था में इस गलत प्रथा से आम जनता को भारी नुकसान हो रहा है। दिल्लीवासियों की पीड़ा आज समूचे देश के समक्ष है।
केंद्र सरकार विकास समर्थक होने की जगह विकास अवरोधक की भूमिका निभा रही है। गैर भाजपा और गैर कांग्रेस राज्यों एवं दलों के प्रति केंद्र की एनडीए सरकार की भेदभावपूर्ण नीति एवं तानाशाही रवैय्ये का मैं प्रचंड खंडन करता हूँ एवं देशवासियों से यह अपील करता हूँ कि वो देश में तानाशाह शासन लागू करने के प्रयासों का मिलकर विरोध करें एवं देश की लोकतांत्रिक एवं संघीय व्यवस्था को मजबूत करें।