कांग्रेस नेता ने कहा परिवार वालों सावधान…माल में खुल गयी शराब दुकान..कहा-सरकार फैला रही अपसंस्कृति

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— कांग्रेस नेता शैलेन्द्र जायसवाल ने मैग्नेटों माल में शराब बेचे जाने का विरोध किया है। कांग्रेस नेता ने शराब से पैसे कमाने की घटिया सोच के लिए सरकार को आड़े हाथ लिया है। शैलेन्द्र ने कहा कि माल में शराब बेचने का फैसला सरकार की गैर जिम्मेदार सोच को जाहिर करता है।
                       शैलेन्द्र जायसवाल ने बताया कि  मैग्नेटो मॉल में लोग परिवार के साथ मनोरंजन के अलावा तनाव दूर करने जाते हैं। लेकिन अब परिवार वालों को माल बचकर जाना होगा। कहीं कोई हादसा ना हो जाए..इस बात का हमेशा ध्य़ान रखना होगा। क्योंकि सरकार ने माल में दुकान खोलकर शराब बेचने का जनविरोधी फैसला किया है।
                     शैलेन्द्र के कहा कि सरकार में बैठे लोगों को अच्छी तरह पता है कि शराब पीने के बाद लोग अपने बस में नहीं रहते हैं। शराबियों की सोच भी गंदी रहती है। ऐसे में परिवार के साथ मैग्नेटो माल प्रेमियों को परेशानी का सामना करना ही पड़ेगा। सरकार के आदेश पर मैग्नेटों माल में शराब की बिक्री शुरू हो चुकी है। जो लोग मॉल में परिवार के साथ देर रात तक पिक्चर देखने के  शौकीन हैं उन्हें खासतौर पर सतर्क रहने की जरूरत होगी। क्योंकि अब माल के आस पास उन्हें शराबियों की भीड़ का भी सामना करना पड़ेगा।
          शैलेन्द्र ने बताया कि मैग्नेटो मॉल में शराब दुकान पहले भी खुल चुकी है। गौरांग बोबडे की शराब पीने के बाद तीसरी मंज़िल से गिर कर मौत हो गयी थी। दूसरे दिन बोबड़े की लाश बेसमेंट में मिली।
                     शैलेन्द्र ने सरकार पर  मॉल में शराब दुकान खोलकर अपसंस्कृति फैलाने का भी आरोप लगाया है। शैलेन्द्र ने कहा कि नई पीढ़ी को हम शिक्षा दे रहे हैं कि शराब और जूस एक साथ बेचे जाते हैं।  बचपन से ही बच्चों में शराब के प्रति आसक्ति बढ़ जाएगी। जो सभ्य समाज के लिए घातक है। जब से छत्तीसगढ़ सरकार ने शराब बेचने का फैसला लिया है तब से शराब दुकानों में लंबी लाइन लग गयी है। शराब की बिक्री भी बढ़ गयी है।
                       छत्तीसगढ़ का सालाना बजट कुल बजट 85000 करोड़ है। सालाना 15000 करोड़ की शराब सरकार बेच रही है। लगातार इसमें वृद्धि भी हो रही है। शराब के पैसे से नेता, अधिकारी मालामाल हो रहे हैं। प्रदेश के लोग शराबी के साथ कंगाल हो रहे हैं । लोगों के किडनी ,लीवर खराब हो रहे हैं। सरकार को इस बात की चिंता नहीं है। शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं का स्तर भी लगातार गिर रहा है।
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