बिलासपुर—छालीवुड सुपर स्टार अनुज शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि छत्तीसगढ फिल्म निर्माण प्रोत्साहन के लिए सरकार सहयोग बहुत जरूरी है। यह सच है कि फिल्म निर्माण और कला सरंक्षण को लेकर बहुत देर हो चुकी है। लेकिन अभी कुछ बिगड़ा नहीं है। सरकार को छालीवुड फिल्मों के प्रोत्साहन के लिए काम करना होगा। यद्यपि यह सही है कि शासन का प्रयास चल रहा है। कमेटी भी बन चुकी है। कमेटी ने जरूरी परामर्श शासन तक पहुचा भी दिया है।
पत्रकारों के साथ पद्मश्री अनुज शर्मा ने फिजी में आयोजित कार्यक्रम के अनुभवों को भी साझा किया। उन्होने बताया कि फिजी में 38 प्रतिशत भारतीय लोग रहते हैं। उन्होने आज भी अपनी संस्कृति और परम्पराओं को जीवित रखा है। भारतीयों का फिजी में बहुत सम्मान है। फिजी में सभी धर्म समुदाय के भारतीय मिलजुलकर रहते हैं। अनुज ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान सभी लोगों ने भोजपुरी हिन्दी और छत्तीसगढ़ी गीतों का जमकर आनन्द लिया। खासतौर पर लोगों ने छत्तीसगढ़ी लोकगीतों को हाथों हाथ लिया।
अनुज ने बताया कि आज लोगों को पाश्चात्य परम्परा के पीछे भागने की आदत सी हो गयी है। रैप सांग खूब सुना जा रहा है। जानकर आश्चर्य होगा कि छत्तीसगढ़ी में रैप सांग परम्परा बहुत पुरानी है। शायद लोगों ने इस तरफ कभी ध्यान ही नहीं दिया। शायद यही कारण है कि लोगों को इसकी जानकारी नहीं है। पद्मश्री अनुज शर्मा ने दावा किया कि रैप जैसी गायन शैली का विकास वर्षों पहले छत्तीसगढ़ में हो चुका है। हमारी गायन शैली आधुनिक नहीं बल्कि सदियों पुरानी है । छालीवुड के मशहूर कलाकार अनुज शर्मा ने आज पत्रकारों के बीच छत्तीसगढ़ी रैप सांग सुनाकर पत्रकारों को मन मोह लिया।
अनुज इन दिनों बिलासपुर में एक फ़िल्म के सुटिंग को लेकर सक्रिय हैं । अनुज ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि छत्तीसगढ़ में अभी फिल्मों के प्रति और जागरूकता के साथ-साथ समर्पण की जरूरत है । उन्होने कहा कि सरकार को प्राथमिकता के साथ छत्तीसगढ़ी फिल्म फ़िल्म उद्योग को बढ़ावा देना होगा खुशी की बात है कि छलीवुड की नकल अब भोजपुरी फिल्मी उद्योग भी करने लगे है। हमारा महत्व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ा है ।
अनुज ने इस बात से इंकार किया कि कलाकारों ने मिलकर कभी भी छालीवुड के लिए सरकार से मिलकर सकारात्मक प्रयास नहीं किया। उन्होने इस बात से भी इंकार किया कि कलाकारों में एकता नहीं है। यही कारण है कि सरकार भी छत्तीसगढ़ी फिल्म उद्योग को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होने कहा कि सभी कलाकार छत्तीसगढ़ी फिल्म विकास को लेकर गंभीर हैं। बताया कि हम कलाकारों में मतभेद हो सकते हैं लेकिन मनभेद कभी नहीं हो सकता है। क्योंकि सबका उद्देश्य एक ही है।