कोरबा।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि जब गरीबों के लिए भरपेट भोजन, स्वाभिमान के साथ इलाज और उनके बच्चों के लिए शिक्षा की व्यवस्था होती है, तब सही मायने में विकास होता है। राज्य सरकार ने गरीबों की इन बुनियादी जरूरतों के लिए पुख्ता इंतजाम सफलतापूर्वक किए हैं। राज्य शासन की योजनाओं से गरीबों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ रहा है। डॉ. सिंह ने कोरबा जिले के विकासखण्ड मुख्यालय करतला में प्रदेश व्यापी विकास यात्रा के दौरान आयोजित आम सभा को संबोधित करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किए। मुख्यमंत्री ने कहा मैं किसानों को धान बोनस की 1700 करोड़ रूपए की राशि और सूखा राहत मद की राशि के वितरण के लिए विकास यात्रा पर निकला हूं। आज कोरबा जिले के किसानों को 28 करोड़ रूपए के धान बोनस की राशि का वितरण होगा। इनमें करतला क्षेत्र के किसान भी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने करतला की आम सभा में लगभग 184 करोड़ रूपए की लागत के विभिन्न विकास कार्याें का लोकार्पण, भूमिपूजन और शिलान्यास किया। उन्होंने इनमें से लगभग 16 करोड़ 76 लाख रूपये लागत के 17 विभिन्न कार्यों का लोकार्पण और 167 करोड़ 14 लाख रूपये लागत के 75 कार्यों का शिलान्यास और भूमिपूजन किया। इस अवसर पर नगरीय विकास मंत्री अमर अग्रवाल, लोकसभा सांसद डॉ. बंशीलाल महतो, विधायक लखनलाल देवांगन और पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा- करतला क्षेत्र के गांव-गांव में सड़कों का जाल बिछाया गया है। हर मजरे-टोले के सभी घरों में बिजली की रोशनी पहुंचायी जा रही है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार की भारत माला योजना के अंतर्गत बिलासपुर-धरमजयगढ़-रांची तक लगभग 1700 करोड़ रूपए की लागत से 70 किलोमीटर लम्बे 6 लेन सुपर एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा। यह सड़क करतला क्षेत्र से भी होकर निकलेगी। उन्होंने कहा कि भारत नेट परियोजना के अंतर्गत गांव-गांव में इंटरनेट कनेक्टिविटी देने के लिए 3400 किलोमीटर आप्टिकल फाइबर केबल बिछाया जा रहा है।
आने वाले तीन महीनों में महाविद्यालयों के सभी विद्यार्थियों सहित 55 लाख लोगों को मुफ्त स्मार्ट फोन वितरित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि करतला क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत डेढ़ लाख रूपए की लागत के आठ हजार मकानों का निर्माण हो चुका है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना में गरीब परिवारों की 40 हजार महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन दिए गए हैं। आने वाले समय में इस क्षेत्र में इतने ही कनेक्शन और दिए जाएंगे। उन्हांेने कहा कि राज्य सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की व्यवस्था की गई है। किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण दिया जा रहा है। तेन्दूपत्ता संग्रहण की दर बढ़ाकर 2500 रूपए प्रति मानक बोरा कर दी गई है।