बिलासपुर—आईबीए मनमानी के विरोध में बिलासपुर में भी सड़क पर उतरकर बैंकरोंं ने प्रदर्शन किया। ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन, छतीसगढ़ के उप महासचिव और एआईपीएनबीओए बिलासपुर मंडल सचिव ललित अग्रवाल ने बताया कि यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के आव्हान पर आईबीए के खिलाफ बैंकर्स एकजुट होकर देश मे एक साथ प्रदर्शन कर रहे है।
9 मई बुधवार को पूरे देश मे एकसाथ विरोध प्रदर्शन की कड़ी में बिलासपुर में भी मंगला चौक स्थित 36 मॉल के सामने बैंकरों ने केनरा बैंक, मंगला शाखा के पास प्रदर्शन किया। उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर ललित अग्रवाल ने बताया कि 1 नवम्बर 2017 से 11वा त्रिपक्षीय वेतन समझौता डीयू होने के बाद भी आईबीए और केंद्र सरकार ने बैंकर्स की जायज मांगों पर ध्यान नही दिया है।
स्टेट बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के डीजीएस डी.के.हाटी और क्षेत्रिय सचिव एस बी सिंह ने बताया कि महंगाई का मुंह सुरसा की तरह बढ़ रही हैं। ऐसे में आईबीए का 2 प्रतिशत वेतन वृद्धि ऑफर कतई बर्दाश्त नही किया जायेगा। सीजीबीईए के जिला सचिव एनवी राव और अध्यक्ष अशोक ठाकुर ने बताया कि विमुद्रिकरण से लेकर आजतक बैंकर्स काम के बोझ से दबे हुये हैं। सभी सरकारी योजनाओं के अनुपालन की जिम्मेदारी भी दी जाती हैं। लेकिन उनके परिजनों के उचित भरण-पोषण के लिए वेतनवृद्धि को लेकर सरकार मौन है।
स्टेट बैंक एम्प्लाइज फेडरेशन के डीजीएस राजेश रावत ने बताता कि बैंकर्स को बैंकिंग के अलावा बीमा, म्युच्युअल फंड, अटल पेंशन, जीवन ज्योति व जीवन सुरक्षा के भी टारगेट दिये जाते है। वेतनवृद्धि के समय उनकी जायज मांगों को नजरअंदाज कर दिया जाता हैं।
केनरा बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के शरद बघेल और सौरभ त्रिपाठी ने बताया कि अभी यह अंगड़ाई हैं। यदि सरकार और आईबीए इसके बाद भी नही जागता है तो महीने के अन्त में 48 घण्टो की हड़ताल की जाएगी। यूनियन बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन की दीपा टण्डन और इलाहाबाद बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन के पीके अग्रवाल ने उपस्थित सदस्यो को अनिश्चित कालीन लड़ाई के लिये तैयार रहने को कहा।
बैंक ऑफ इंडिया के रूपम रॉय ने आमजनता को होनेवाली असुविधाओं के लिये क्षमा प्रार्थना करते हुए बैंकरों की जायज मांगों के लिए सहयोग की अपील की। टीयूसी और बिलासपुर डिवीजन बीमा एम्प्लाइज के सचिव राजेश शर्मा ने बताया कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंको को निजी हाथों में सौपने की साजिश चल रही हैं।
सरकार विजय माल्या, नीरव मोदी जैसे लाखों करोडो के धन्ना सेठ एनपीए धारक के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय रातदिन मेहनत करने वाले बैंकर्स को 5 सालों में मात्र दो प्रतिशत वृद्धि का ऑफर दे रही हैं। दूसरी तरफ सासंदो को 200 प्रतिशत वेतन एक झटके में बढ़ा दिया जाता है।
प्रदर्शन में आभा टोप्पो, निशा, रीना, सरिता, श्रीति, निलेश अग्रवाल, माहेश्वरी, मयंक कुमार, रूप रतन, कैलाश अग्रवाल, रूपम रॉय, उर्मिलेश पाठक, दीपक श्रीवास्तव, जितेंद्र शुक्ला, अनुरंजन, मनोज वरनवाल, दीपक साहू, सुमित सिंह, ज्ञानेश चंद्रा, प्रशांत जकरिया सहित बड़ी सँख्या में बैंक कर्मचारी व अधिकारी शामिल हुये।