नक्सलियों से बची…तो सिपाही ने लूटा…जनता कांग्रेस नेता ने कहा…नाबालिग आदिवासी परिवार को चाहिए न्याय

BHASKAR MISHRA
3 Min Read

रायपुर– जनता कांग्रेस जे प्रदेश प्रवक्ता मनीशंकर ने प्रेस नोट जारी  कर आरोप लगाया है कि नक्सल प्रभावित बस्तर में सुरक्षा बल के जवानों का आतंक है। आये दिन आदिवासी नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार की शिकायत आ रही है। एक बार फिर नाबालिग आदिवासी लडकी से बलात्कार का मामला सामने आया है। थानेदार ने लगातार कई दिनों तक आदिवासी लड़की से रेप किया। जनता कांग्रेस जे प्रदेशप्रवक्ता ने बताया कि नक्सलियों के डर से आदिवासी परिवार कांकेर जिले के ग्राम पनीडोबीर से कुछ महीने पहले कोयलीबेड़ा में शरण लिया था।

             जिस घर मे परिवार ने शरण लिया था उसी के पास एक पूर्व आरक्षक रहता है। पाण्डेय ने बताया कि आरक्षक के घर कोयलीबेड़ा के प्रभारी थानेदार का हमेशा आना जाना लगा रहता है। आरोप है कि दो महीने पहले थानेदार ने नाबालिग लडक़ी से बलात्कार किया। घल वालों को डरा धमका कर बलात्कार का दौर महीनो चलता रहा।  जनता कांग्रेस ने आरोप लगाया कि लगातार शोषण से परेशान होकर आदिवासी परिवार लड़की को लेकर 9 अप्रैल को पुलिस थाना गया। लेकिन शिकायत थानेदार ने शिकायत दर्ज करने से इंकार कर दिया।

                 इतना ही नहीं थानेदार ने शिकायत दर्ज करने के बजाय लड़की के पिता को मारापीटा। दुबारा थाना आने पर जान से मारने की धमकी भी दी।  बलात्कार और पिटाई की घटना से कोयलीबेड़ा क्षेत्र के लोगों में गहरी नाराजगी है। जनता कांग्रेस जे प्रवक्ता का आरोप है कि उसी दिन शाम को जिला पंचायत सदस्य, सरपंच, पँच की उपस्थिति में दर्जनों ग्रामीणों की बैठक हुई। लड़की और उसके पिता पर दबाव डालकर मूल बयान को बदला गया। परिवार पर दबाव डालकर पीड़ित लड़की की थानेदार से अवैध संबंध की बात स्वीकार करवाई गई।

                  जनता कांग्रेस नेता ने कहा कि नक्सलियों के डर से आदिवासी परिवार पनीडोबीर गांव से कोयलीबेड़ा में रहने को मजबूर हुआ। पीडित परिवार अब पुलिस की दहशत में जीने को मजबूर है। जनता कांग्रेस पूरे प्रकरण में दोषी पुलिस अधिकारी के साथ साथ पीड़ित परिवार से बयान बदलवाने के अपराध में जिला पंचायत सदस्य, सरपंच पंच के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की है।

                  नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आदिवासी नाबालिग से बलात्कार की बात तब सामने आ रही है जब देश कठुआ में आठ साल की मासूम और उन्नाव में नाबालिग युवती से बलात्कार के आरोप की आग में जल रहा है। आखिर गरिब आदिवासियों की पीडा कौन सुनता है।.

close