ग्रामीणों की प्रतीज्ञा…नहीं चाहिए ऐसी पटवारी…जहां पति करता है पटवारी गिरी…कोर्ट जाने की दी चेतावनी

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर– दो मुहानी समेत देवरीखुर्द पटवारी हल्का के लोगों ने कलेक्टर कार्यालय में पटवारी प्रतीज्ञा राही को हटाए जाने की मांग की है। किसानों का आरोप है कि प्रतीज्ञा राही से जनता त्रस्त है। सीमांकन से लेकर अन्य सभी कार्यों में पैसे की मांग करती हैं। जबकि मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद 8 जनवरी को प्रतीज्ञा राही को हटाकर अमरनाथ जांगड़े को रखा गया था। किसानों ने कहा कि प्रतीज्ञा राही ने दांव पेंच लगाकर एक बार फिर मात्र दो महीने के अन्दर पटवारी हल्का देवरीखुर्द को फिर हथिया लिया है। जबकि भ्रष्टाचार के आरोप में प्रतीज्ञा के खिलाफ सीएम शिकायत के बाद हटाया गया था। यदि प्रतीज्ञा को नहीं हटाया जाता है तो किसान हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। यह जानते हुए भी प्रतीज्ञा राही को चौहद्दी सीमांकन का काम भी नहीं आता है। पर्दे के पीछे से पति जितेन्द्र राही पटवारी गिरी करता है।

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                         देवरीखुर्द दोमुहानी के दर्जन भर किसानों ने जिला प्रशासन से देवरीखुर्द पटवारी हल्का से प्रतीज्ञा राही को हटाए जाने की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि प्रतीज्ञा राही को कुछ आता जाता नहीं है। पटवारी का सारा काम उनका पति जितेन्द्र राही करता है। सीमांकन से लेकर सभी राजस्व कामकाज के लिए पांच से पचास हजार की वसूली होती है। वसूली का काम जितेन्द्र राही करता है।

                     ग्रामीणों के अनुसार हाईकोर्ट ने राज्य के किसी भी कार्यालय में गोपनीय दस्तावेज को सरकारी कर्मचारी के अलावा कोई नहीं देख सकता है। लेकिन जितेन्द्र राही और पटवारी का सहायक महेन्द्र मानिकपुरी बी वन और खसरा जारी करता है। चौहद्दी और सीमांकन का काम जितेन्द्र और महेन्द्र करते हैं। पटवारी केवल चीडिया बैठाने का काम करती हैं। इसके एवज में काम कराने वाले ग्रामीणों से पांच से पचास हजार रूपए वसूला जाता है।

           ग्रामीणों ने बताया कि प्रतीज्ञा राही से परेशान होकर हल्का के किसानों ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी। शिकायत के बाद प्रतीज्ञा राही को 8 जनवरी 2018 को हटाया गया। तीन दिन पहले प्रतीज्ञा राही को मात्र दो महीने बाद दुबारा  देवरीखुर्द पर थोप दिया गया है। जबकि राजस्व प्रशासन का एक एक अधिकारी जानता है कि प्रतीज्ञा राही को शिकायत के बाद हटाया गया है। आखिर कौन सी वजह है कि दुबारा प्रतीज्ञा राही को देवरीखुर्द को परेशान करने भेजा गया है।

                         ग्रामीमणों ने कहा क किसान प्रतीज्ञा राही और उसके पति को किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं करेंगे। पटवारी का पति आए दिन धमकी देता है। पटवारी कार्यालय भी हमेंशा बंद रहता है। बी1 खसरा काटने का काम पति और सहायक करता हैं। ऐसा करना हाईकोर्ट आदेश का अपमान है। यदि प्रतीज्ञा को देवरीखुर्द से नहीं हटाया गया तो क्षेत्र के सभी किसान आंदोलन करेंगे। हाईकोर्ट का दरवाजा खटखाएंगे।

                                     किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम शिकायत पत्र देने के अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय,न्यायाधीश हाईकोर्ट,मुख्य सचिव,संभागायुक्त और एसडीएम को दिया है। प्रतीज्ञा राही को जल्द से जल्द हटाए जाने को कहा है।

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