बिलासपुर—कांग्रेस पार्षद और जिला कांग्रेस नेताओं ने क्रमिक भूख हड़ताल के 21 वें दिन कुछ अजूबा कर दिखाया। प्रदर्शनकारियों ने धरना स्थल पर ही मंत्रोच्चार के बीच अग्नि जलाकर सद्बबुद्धि यज्ञ किया। देखते ही देखते विकास भवन मंत्रोच्चार से गूंज उठा। इसके पहले कांग्रेसियों का सद्बुबद्धि यज्ञ खत्म होता । मौके पर पुलिस बल पहुंच गयी। पुलिस ने सभी कांग्रेसियों को पकड़कर कोनी थाना भेज दिया।
अस्थायी कर्मचारियों को नियमित किए जाने को लेकर कांग्रेसियों ने लगातार 21 वें दिन भी क्रमिक अनशन किया। हमेशा की तरह सभी कांग्रेसी 12 बजे विकास भवन के सामने पहुंचे। करीब ड़ेढ़ बजे प्रदर्शन कारियों ने निगम प्रशासन और महापौर के लिए सद्बबुद्धि यज्ञ करना शुरू कर दिया। इस दौरान विधिवत मंत्र का उच्चारण भी किया गया।
इसके पहले हवन की प्रक्रिया अंतिम तक पहुंचती मामले की जानकारी निगम अधिकारियों तक पहुंच गयी। अधिकारियों ने मामले की जानकारी तत्काल पुलिस तक पहुंचा दी। खबर मिलते ही सिविल लाइन और कोतवाली पुलिस विकास भवन स्थित हवन स्थल पहुंच गयी। पुलिस ने आनन-फानन में सभी कांग्रेसियों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया। सभी कांग्रेसियों को पुलिस ने हवन से उठाकर कोनी थाना भेज दिया।
इस दौरान कांग्रेसियों और पुलिस कर्मचारियों के बीच जमकर झूमा झटकी हुई। कांग्रेसी लगातार मांग करते रहे के हवन को आधे में छोड़ना उचित नहीं है। हवन प्रक्रिया पूरी होने के बाद गिरफ्तार किया जाए। बावजूद पुलिस बल ने कांग्रेसियों की एक नहीं सुनी। सभी कांग्रेसियों को गिरप्तार करने के साथ ही हवन कुंड,हवन सामाग्री,घी को जब्त कर लिया।
मालूम हो कि एक दिन पहले ही क्रमिक भूख हड़ताल के 20 वें दिन पुलिस ने विकास भवन गेट के सामने धरना पर बैठे कांग्रेसियों से गेट से दूर धरना पर बैठने को कहा था। लेकिन कांग्रेसियों ने पुलिस की सलाह को दरकिनार कर 21 वें गेट के सामने ही ना केवल धरना दिया। बल्कि विधि विधान से यज्ञ करना भी शुरू कर दिया ।
बताते चलें कि कांग्रेस नेता निगम के 300 अस्थायी सफाई कर्मचारियों की नियमितिकरण करने की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं। कांग्रेस नेताओं की मांग है कि निगम प्रशासन एमआईसी बुलाए। बैठक में अस्थायी कर्मचारियों को नियमित किए जानेक का प्रस्ताव लाए। इसके बाद हम लोग धरना प्रदर्शन से अलग हो जाएंगे।
बावजूद इसके निगम प्रशासन ने कांग्रेसियों की मांग को अनसुना किया। जिसके कारण कांग्रेसी पिछले तीन सप्ताह से विकास भवन के सामने क्रमिक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेसियों ने एक स्पताह पहले ही नगर विधायक मंत्री अमर अग्रवाल जब विकास भवन बैठक ले रहे थे। उस दौरान उग्र प्रदर्शन किया था। कांग्रेसियों ने मंत्री के कार पर भी हमला किया था। लेकिन मंत्री ने इसे हल्के में लेकर रिपोर्ट लिखाने से इंकार कर दिया।
पुलिस जानकारी के अनुसार विकास भवन के सामने से कुल 22 लोगों को हिरासत में लिया गया है। शाम को सभी लोगों को समझाईश के बाद निशर्त रिहा कर दिया गया। जानकारी के अनुसार पुलिस जमानत देने को तैयार नहीं थी। लेकिन परशुराम जंयती को ध्यान में रखकर कांग्रिसयों को रिहा करना पड़ा। ताकि शहर में तनाव की स्थिति ना बने।।
पुलिस ने विकास भवन के समने से नेता प्रतिपक्ष शेख नजीरूद्दीन कांग्रेस नेता शैलेष पाण्डेय, अखिलेश बाजपेयी, शैलेन्द्र जायसवाल, एलएनराव जुगल गोयल, पूर्व महापौर राजेश पांडे, प्रदेश कांग्रेस के जावेद मेमन समेत दर्झना कांग्रसी थे।