नईदिल्ली।एक बार फिर देश के कई राज्यों में एटीएम मशीन के बाहर लंबी-लंबी लाइन लगनी शुरू हो गई है। लोगों को फिर कैश की कमी के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।मध्य प्रदेश के भोपाल में कई दिनों से लोग एटीएम से पैसे निकालने की कोशिश में लगे हैं। लोगों का कहना है, ‘हम नकदी संकट का सामना कर रहे हैं, ATM से रुपये नहीं निकल रहे। यह स्थिति 15 दिन से बरकरार है।’नोटबंदी के बाद फिर इस तरह के हालात को देखते हुए रिजर्व बैंक के सूत्रों का कहना है कि असम, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में लोगों के जरूरत से ज्यादा नकदी निकालने की वजह से यह संकट खड़ा हुआ है।सरकारी सूत्रों के मुताबिक ऐसी स्थिति के पीछे एक ही कारण है वह है त्योहारों का मौसम। सरकारी सूत्रों का कहना है कि कई राज्यों में बैसाखी, बिहू और नव वर्ष जैसे त्योहार होने की वजह से लोगों को ज्यादा नकदी की जरूरत थी इसलिए ऐसे हालात हुए हैं।
वित्त राज्यमंत्री एसपी शुक्ला ने कहा, ‘हमारे पास अभी 1,25,000 करोड़ रुपये की कैश करंसी है। एक समस्या यह है कि कुछ राज्यों के पास कम (कैश) करंसी है और कुछ के पास ज्यादा है। सरकार ने राज्य-स्तर पर कमिटी गठित कर दी हैं और RBI ने भी एक राज्य से दूसरे राज्य को नकदी ट्रांसफर करने के लिए कमिटी गठित कर दी है। यह 3 दिन में हो जाएगा।’वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने नकदी की समस्या को लेकर कहा- दूसरे राज्यों की तरह छत्तीसगढ़ भी नकदी संकट से प्रभावित है। इस स्थिति का निबटारा जल्द से जल्द हो जाएगा।’
लोगों की पेरशानी देखते हुए वित्त मंत्रालय ने तत्काल रिजर्व बैंक के अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति से निपटने को लेकर बात की है।आपको बता दें 8 नवंबर 2017 को सरकार ने देश में सभी पूराने 500 और 1000 के नोटों को अवैध घोषित कर दिए थे। उस वक्त भी हालात ऐसे ही थे जब लोगों को कई घंटो तक लाइन में पैसे लगाने के लिए लगना पड़ता था।