मितान को याद कर छलछला गयी आंखें…जोगी ने कहा अब जमाना वैसा नहीं…अंबेडकर की बात कर हुए भावुक

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने रविवार को मरवाही सदन में पत्रकारों के सामने सोशल मीडिया छत्तीसगढ़ मितान वेवसाइट को लांच किया। मौक पर ही आनलाइन फार्म जमाकर प्रदेश वासियों के साथ मितान बनने का एलान किया। इस दौरान जोगी कांग्रेस प्रदेश आईटी सेल प्रभारी जीतू ठाकुर ने सोशल मीडिया मितान की जानकारी दी। कार्यक्रम में बिल्हा विधायक सियाराम कौशिक,तखतपुर प्रत्याशी संतोष कौशिक,युवा नेता समीर अहमद बबला,उत्तर क्षेत्र प्रवक्ता मणिशंकर पाण्डेय और जनता कांग्रेस जिला अध्यक्ष ज्वाला प्रसाद चतुर्वेदी भी मौजूद थे।

             
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                      सोशल मीडिया लांच के बाद आईटी सेल प्रभारी जीतू ठाकुर ने मितान मीडिया की जानकारी दी। उन्होने बताया कि आज अजीत जोगी ने फार्म समिट कर पार्टी के पहले मितान सदस्य बने हैं। सोशल मीडिया मितान से आनलाइन किस तरह जुड़ा जाए। जीतू ने पत्रकारों को जानकारी दी ।

                   इस दौरान अजीत जोगी ने पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया। सवाल जवाब के दौरान मितान की बातें करते अजीत जोगी की आंखे छलछला गयी। उन्होने रूंधे गले से कहा हमारे समय में खासतौर पर छत्तीसगढ़ में मितान का स्थान बहुत ऊंचा होता है। मितान किसी भी दर्म समुदाया का हो सकता है। पिता के मितान का हाथ पैर धोकर धन्य समझा जाता है। लेकिन अब वह जमाना रहा नहीं…। जोगी ने अपने मितान पोर्ते को यादकर भावक हो गए। आखों से आसूं छलछला गए। गला भर आया।जोगी ने कहा अब नेट से ही मितान बन रहा हूं।

                        जोगी की आंखे अंबेडकर को भी याद कर नम हो गयीं। उन्होने कहा कि बाबा साहेब अबेडकर समरसता स्थापना के लिए बहुत काम किया। वह किसी पार्टी विशेष की संपत्ति हो नहीं सकते। दलित समुदाय के हिते को लेकर गांधी जी से भी टकरा गए। उन्होने देश में समरसता के लिए अंतिम समय तक संघर्ष किया। एक बार फिर देश में असिष्णुता का वातावरण बन रहा है। लोग अंबेडकर को अपनी पूंजी मानने लगे हैं। सच्चाई तो यह है कि अंबेडकर भारत की एक एक जनता के दिल में है। इतना कहते ही जोगी की आंखे दुबारा नम हो गयी।

                 जोगी ने बताया कि आज अंबेडकर और मध्यप्रदेश के पहले मुख्यमंत्री शिवशंकर शुक्ल का ही योगदान है कि हिन्दी देश की राष्ट्रभाषा बनी।

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