रायपुर/ बिलासपुर । संविलयन सहित शिक्षा कर्मियों के 9 सूत्रीय मांगों पर सरकार की ओर से अब तक कोई फैसला नहीं लिए जाने पर शिक्षा कर्मी संगठनों ने एक बार फिर से मोर्चो खोल दिया है। अपनी मांगों और समस्याओँ की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए शिक्षा कर्मियों ने 3 अप्रैल से शुरी होने वाले बोर्ड मूल्यांकन के बहिष्कार का फैसला किया है। इस सिलसिले में बिलासपुर सहित तमाम जिलों में सगठन की ओर से ज्ञापन सौंपकर इसकी सूचना दी गई।
साथ ही दोनों के माध्यम से मुख्य सचिव छ. ग.शासन रायपुर को “संविलियन संभव है-संबंधी 9 सूत्रीय मांग भी तथ्य समेत” भेजे गए।
आज ज्ञापन सौंपने वालों जिला संचालक दिलीप साहू,जितेंद्र शर्मा,रूपेंद्र सिन्हा,प्रांतीय सहसंचालक प्रदीप साहू,श्रीमती ललिता यादव,ब्लॉक संचालक गुरूर सूरज गोपाल गंगबोइर,अलेन्द्र यादव(बालोद),जिला सहसंचालक आर.के.खरांशु,वीरेंद्र देवांगन,श्रीमती नीता बघेल,रिखीराम ध्रुव,रघुनंदन गंगबोइर,पवन कुम्भकार,शिव शांडिल्य,लेखराम साहू,चुम्मन साहू,युवराज गंधर्व, जिला महिला मोर्चा मधुमाला कौशल,श्रीमती सुषमा पटेल,ब्लॉक सहसंचालक संदीप दुबे,राजीव नयन शर्मा,अश्वनी सिन्हा मौजूद रहे।
कोण्डागांवः 1 अप्रैल को सभी ब्लॉक में बनेगी रणनीति
कोण्डागांव में मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन एवं सचिव, छ.ग.माध्यमिक शिक्षा मंण्डल रायपुर के नाम जिला कलेक्टर प्रतिनिधि अवध कुमार राना डिप्टी कलेक्टर कोण्डागांव एवं मूल्यांकन केन्द्राधिकारी प्रतिनिधि श्रीमती प्रियंका भंज वरिष्ठ व्याख्याता मूल्यांकन केन्द्र कोण्डागांव को मूल्यांकन बहिष्कार संबंधी ज्ञापन सौंपा । शिक्षक पंचायत नगरीय निकाल मोर्चा के जिला संचालक ऋषिदेव सिंह, शिवराज ठाकुर एवं प्रभाकर सिंह ने संयुक्त रूप से बयान जारी करते हुए बताया कि शिक्षाकर्मियों के संविलियन सहित 09 सूत्रीय मांगों के विषय में निराकरण करने हेतु मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया था, परन्तु साढ़े तीन माह बित जाने के बाद भी कमेटी द्वारा कोई ठोस निर्णय न लेते हुए अभी तक शासन को अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी गयी है । जिससे शिक्षक पंचायत संवर्ग में घोर असंतोष व्याप्त है । मूल्यांकन बहिष्कार के संबंध में जिला संचालकों ने सभी विकासखण्ड मुख्यालय में 1 अप्रैल को दोपहर 2.00 बजे बैठक रखकर रणनीति बनाने का निर्देश ब्लाॅक अध्यक्षों को दिया । मूल्यांकन बहिष्कार में जिले के समस्त व्याख्याता पंचायत, संकुल, ब्लाॅक, जिला के पदाधिकारी आकस्मिक अवकाश लेकर मूल्यांकन केन्द्र शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोण्डागांव में उपस्थित होगें । साथ ही साथ मूल्यांकन कार्य में नियुक्त समस्त व्याख्याता पंचायत अपनी-अपनी संस्थाओं से कार्यमूक्त होकर मूल्यांकन केन्द्र में बहिष्कार हेतु उपस्थित होगे । मोर्चा ने छात्र हित में निर्णय लिया है कि मूल्याकंन कार्य बहिष्कार के अवधि में प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक स्तर की आयोजित परीक्षा बाधित नहीं की जावेगी । 3 अप्रैल तक यदि सरकार ने संविलियन सहित अन्य मांगों पर कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया तो पूरे राज्य में बोर्ड परीक्षा मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार निरंतर जारी रहेगा । ज्ञापन सौपने में प्रांतीय पदाधिकारी चन्द्रकांत ठाकुर, संभागीय पदाधिकारी यशवंत देवांगन, जिला संचालक ऋषिदेव सिंह, शिवराज ठाकुर, प्रभाकर सिंह जिला पदाधिकारी नरेश ठाकुर, चन्द्रकांत जैन, संजय राठौर, जगमोहन वर्मा, रामदेव कौशिक, विजय नारायण पाण्डे, इरशाद अंसारी, अनुप विश्वास, रामेश्वर राव, ब्लाॅक पदाधिकारी मन्नाराम नेताम, प्रभुलाल केमरो, रामसिंह मरापी,संतोष जायसवाल, अमलेश बारले, बिनोद शार्दूल, मनीराम कोर्राम, दिपेश ठाकुर, बज्जू नेताम, जयलाल पोयाम, सुन्दर दुग्गा, धनसू नेताम, शंकर नेताम, बालसिंह मरापी, राजेश मंडावी, बालाराम कोडोपी, मंगू नेताम सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित रहें ।
दंतेवाड़ा में जिला संचालक उदय शुक्ला के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ जिला इकाई व् ब्लॉक इकाई के संयुक्त डेलिगेशन द्वारा प्रांतीय संघ के निर्देश पर कलेक्टर दंतेवाड़ा को सविलियन नहीं तो मूल्यांकन नहीं बहिष्कार हेतु ज्ञापन सौपा गया।
दुर्ग में जिला मोर्चा संचालक, शत्रुघन साहू , शेखर तिवारी संजीव मानिकपुरी के नेतृत्व में दुर्ग मे जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया । मुंगेली मे जिला संचालक रमन शर्मा ने
ज्ञापन सौपा , कोरिया मे ज्ञापन के समय उपस्थित मोर्चा के पदाधिकारी,जिला संचालक हरिकांत अग्निहोत्री व अन्य शिक्षा कर्मी व मोर्चे के नेता उपस्थित थे।