जेजे हास्पिटल घेराव का फैसला… जोगी कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा..लायसेंस रद्द करे प्रशासन..आईजी से भी करेंगे शिकायत

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर–जनता कांग्रेस पार्टी ने तोरवा स्थित जेजे हास्पिटल प्रबंधक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। जनता कांग्रेस उत्तर क्षेत्र प्रदेश प्रवक्ता मणिशंकर पाण्डेय ने बताया कि दुष्कर्म पीडित युवती का इलाज किया जाना ठीक है। लेकिन मामले को बिना पुलिस के संज्ञान में लाकर गोपनीय इलाज संदेह को पैदा करता है। मामले की जानकारी पुलिस और पत्रकारों को  लगते ही हास्पिटल प्रबंधन ने पीड़ितो को अस्पताल से भगा दिया। इससे जाहिर होता है कि हास्पिटल और अपराधियों में मिली भगत है।

             
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                मणिशंकर पाण्डेय ने बताया कि बिना मेडिकल जांच और  पुलिस जानकारी के दुष्कर्म पीड़ति युवती का जे.जे.अस्पताल में गोपनीय तरीके से इलाज संदेह को पैदा करता है। जबकि पीड़िता को भर्ती करते ही प्रबंधन की जिम्मेदारी बनती है कि मामले की जानकारी पुलिस को दे। लेकिन यहां पुलिस को जानकारी मिलते ही हास्पिटल प्रबंधन पीडिता को बीच में ही इलाज छोड़कर अस्पताल से भगा दिया। जनता कांग्रेस प्रदेशप्रवक्ता प्रवक्ता ने कहा कि जे.जे.अस्पताल की हरकत निश्चित रूप से संदिग्ध है। मामले में पुलिस जांच की जरूरत है। अस्पताल का लायसेंस भी खत्म किया जाना चाहिए।

                        प्रदेश प्रवक्ता ने प्रेस नोट जारी कर कहा कि जेजे हास्पिटल  प्रबंधक को गिरफ्तार किया जाए।  कांड मे शामिल दरिंदों को भी जेल के पीछे भेजा जाना जरूरी है। मणिशंकर ने प्रबंधक और रेप के आरोपियों के गिरफ्तार नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

          पाण्डेय ने बताया कि जांजगीर चाम्पा ज़िले के खरौद से 7 मार्च की रात्रि कुछ पैसे वाले लफंगों और आसामाजिक तत्वों ने स्कूली छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। अपराधियों ने युवती को ज़हर भी पिलाया। पीड़िता को इलाज के लिए बिलासपुर तोरवा स्थित एक निजी नर्सिंग होम में दूसरे दिन भर्ती किया गया। लेकिन हास्पिटल प्रबंधन ने मामले की जानकारी पुलिस को नहीं दी। जबकि इलाज के साथ ऐसे मामले में पुलिस को सूचना होना जरूरी है। जब पुलिस को जानकारी हुई तो जे.जे.प्रबंधन ने पीड़िता को डिस्चार्ज कर दिया। ताकि मामले से पल्ला झाड़ने में आसानी हो।

                 मणिशंकर के अनुसार मामला सामने आने के बाद डॉक्टरों ने बहाना बनाना शुरू कर दिया है। डॉक्टरों का तर्क कि पीड़िता बयान देने की स्थिति में नहीं थी इसलिए पुलिस को जानकारी देने में देरी हुई है। जबकि शिवरीनारायण पुलिस ने भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया। सात दिन बाद थाने में  एफआईआर दर्ज हुई।

                             जनात कांग्रेस नेता ने कहा कि घटना के बाद दुष्कर्मी छुट्टे सांड की तरह  घूम रहे हैं। पीड़ित गरीब परिजनों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।  हास्पिटल प्रबंधन मामले को छिपाने के लिए गोपनीयता के साथ इलाज कर रहा था।पूरे घटना क्रम में हास्पिटल प्रबंधन उतना ही दोषी है जितना अपराध को छिपाने वाला।

        मणिशंकर ने कहा कि मामले में जेजे हास्पिटल और दोषियों के खिलाफ आईजी से लिखित जानकारी देकर कार्रवाई की मांग करेंग। पार्टी के कार्यकर्ता जे.जे.अस्पताल का घेराव भी करेंगे।

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