12 वीं छात्रा से सामुहिक दुष्कर्म…जे.जे.अस्पताल में गुपचुप चल रहा था इलाज…पुलिस से बचने प्रबंधन ने किया पीडिता को बाहर

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर–जांजगीर चांपा जिले के शिवरीनारायण थाना में खरौदा निवासी एक लड़की के साथ सामुहिक बलात्कार का मामला सामने आया है। घटना सात मार्च की है।  लड़की कक्षा 12 की छात्रा है 11 से 12 बजे रात्रि को सहेलेी के साथ बाहर गयी। इस बीच तीन लोगों ने लड़की के साथ मिलकर दुष्कर्म किया। हादसे के बाद हैवानों ने लड़की को धमकी देकर लड़की अपने बाबा के साथ रहती है। हालत खराब होने के बाद लड़की को तत्काल रात को ही अस्पताल ले जाया गया।

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                        जानकारी के अनुसार सोमवार को जिला अस्पताल में दोपहर को दुष्कर्म की शिकार युवती को भर्ती किया गया। युवती जांजगीर जिला  शिवरीनारायण  थाना क्षेत्र खरौद की रहने वाली है।घटना के समय लड़की के माता पिता हिमांचल प्रदेश में रोजी रोटी कमाने गए थे। जानकारी मिलते ही तीसरे दिन गांव पहुंच गए।

               मोबाइल पर पीड़िता के पिता ने बताया कि बताया कि उसकी बेटी कक्षा 12 में पढ़ती है। हम लोग हिमांचल प्रदेश में रोजी रोजी कमाने गए थे। घटना सात मार्च की है। करीब 11 से 12 बजे के बेटी को उसकी सहेली ने बुलाया। पास में ही तीन लड़कों ने लड़की को पकड़ कर घर में सामुहिक दुष्कर्म किया।

                              लड़की के पिता के अनुसार तीनों ल़ड़कों को जानता हूं। इसमें सागर यादव नाम का भी एक लड़का है। जिसका पिता की क्षेत्र में दबंगई चलती है। सागर और उसके साथियों ने मिलकर बेटी के साथ सामुहिक दुष्कर्म किया। घटना के बाद लड़की घर पहुंची उसकी हालत काफी खराब थी। आनन फानन में रात को ही शिवरीनारायण लेकर गए। डॉक्टरों ने इलाज करने से इंकार कर दिया। आनन फानन में बेटी को नवागढ़ ले गए। यहां भी डॉक्टरों ने हाथ उठा दिया।

             लड़की के पिता के अनुसार दूसरे दिन यानी 8 मार्च को बेटी की हालत बिगड़ने लगी। जांजगीर लेकर गए। डाक्टरों ने इलाज करने के बाद बिलासपुर रिफर कर दिया। आठ मार्च की रात्रि को बेटी को तोरवा स्थित जे.जे.अस्पताल में दाखिल कराया। सोमवार दोपहर तक इलाज चलता रहा । लेकिन मीडिया के आते ही जे.जे.अस्पताल ने बाहर का रास्ता दिखा दिया।

 अस्पताल प्रबंधन ने कहा बाहर जाओ

                पीडित पिता ने बताया कि जे.जे.अस्पताल ने 8 मार्च की रात्रि से सोमवार19 मार्च तक इलाज चला। मीडिया के आने पर सोमवार को जे.जे प्रबंधन  अस्पताल से बाहर निकाल दिया। किसी तरह बेटी को  जिला अस्पताल में  भर्ती कराएं हैं।

दुष्कर्मियों ने नशे की कोई चीज खिलाई

                    पीडित पिता ने बताया कि दुष्कर्म करने वाले लोग रसूखदार के घर से हैं। आरोपी सागर यादव के पिता की गांव में दबंगई चलती है।  जिसके कारण एफआईआर भी दर्ज नहीं किया गया। लड़की के पिता ने बताया कि दुष्कर्मियों ने लड़की को नशीला पदार्थ खिलाया था। जिसके चलते बेटी की हालत बहुत खराब हो गयी।

बिना एफआईआर भर्ती

              लडकी के पिता के अनुसार एफआईआर दर्ज नहीं होने के बाद लड़की को लेकर घर वाले इधर उधर इलाज के लिए भटकते रहे। अंत में बिलासपुर स्थित जे.जे.अस्पातल में भर्ती किया गया। एफआईआर 14 मार्च शिवरीनारायण में जाकर किसी तरह लिखाया। जे.जे.प्रबंधन ने मामले को मीडिया के सामने नहीं ले जाने को कहा था। साथ ही बिना एफआईआर दर्ज हुए अस्पताल में भर्ती किए जाने की भी जानकारी नहीं देने को कहा था। सोमवार को मीडिया के आने पर जे.जे.प्रबंधन ने बच्ची को अस्पताल से बाहर निकाल दिया। फिलहाल बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्थिति भी ठीक है।

क्या जे.जे.की हरकत उचित है

                  पहली बात जे.जे.प्रबंधन को रेप पीड़िता को भर्ती करने के साथ पुलिस को जानकारी देनी चाहिए थी। लेकिन प्रबंधन नें पुलिस को सूचना दिए बिना ही इलाज शुरू कर दिया। इतना ही नहीं पीड़ित के परिजनों को मामले की जानकारी मीडिया को देने से भी मना किया। ना तो खुद ही पुलिस को जानकारी दी। लेकिन लड़की के पिता किसी तरह घटना के साथ दिन बाद 14 मार्च को शिवरीनारायण थाने में शिकायत की। जानकारी मिलते के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू भी कर दी है। प्रबंधन ने पुलिस प्रक्रिया से बचने के लिए बच्ची का इलाज बीच में ही छोड़़कर जिला अस्पाताल में धकेल दिया है।

क्या जेजे पर हो गी कार्रवाई

 यद्यपि जे.जे अस्पताल ने मामले को छिपाने का प्रयास किया। अब जबकि मामला सामने आ चुका है। सवाल उठता है कि क्या पुलिस जे.जे.प्रबंधन पर कार्रवाई करेगी। क्या पता लगाने का प्रयास किया जाएगा कि रेप पीड़िता को भर्ती किए जानेक के बाद पुलिस को जानकारी देना क्यों मुनासिब नहीं समझा गया। इसके बाद इलाज बीच में छोड़कर पीड़िता को जिला अस्पताल क्यों भेजा गया।

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