नईदिल्ली।तमिलनाडु के वेल्लोर में ई वी रामास्वामी की मूर्ति को कथित रूप से तोड़ने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ई वी रामास्वामी को ‘पेरियार’ के नाम से जाना जाता है।जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों लोगों ने पेरिया की मूर्ति को तोड़ा और इनकी पहचान मुत्थुरामन और फ्रांसिस के तौर पर की गई है। मुत्थुरामन पर बीजेपी कार्यकर्ता होने का संदेह है वहीं फ्रांसिस के सीपीआई कार्यकर्ता होने आशंका है।
दरअसल लेनिन की मूर्ति गिराए जाने के बाद बीजेपी नेता एच राजा ने फेसबुक पोस्ट में द्रविड़ आंदोलन के संस्थापक पेरियार के खिलाफ टिप्पणी की थी। हालांकि पार्टी के उनके बयान से किनारा किए जाने के बाद उन्होंने इस पोस्ट को हटा लिया।तमिलनाडु में यह घटना पूर्वोत्तर के राज्य त्रिपुरा में रूसी समाजवादी क्रांति के नायक लेनिन की दो मूर्तियों को गिराने के बाद सामने आई है।
त्रिपुरा में बीजेपी की सत्ता में वापसी के बाद दो अलग-अगल जगहों पर लेनिन की मूर्तियों को गिराए जाने का मामला सामने आया है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने लेनिन की मूर्तियों को गिराए जाने के लिए बीजेपी को दोषी ठहराया है।