रायपुर।नया रायपुर के पुरखौती मुक्तांगन में तीज-त्यौहारों और उत्सवों के अवसर पर घूमने आने वाले लोगों के लिए कई सुविधाएं विकसित की जा रही है। लोगों के मनोरंजन के लिए बग्घी, घुड़सवारी, साईकल सैगवे और बैटरी चलित कार और लोगों को बेहतर खानपान की सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। यहां आमचो बस्तर की तर्ज पर सरगुजा प्रखण्ड भी विकसित किया जा रहा है।संस्कृति मंत्री दयाल दास बघेल ने बताया कि पुरखौती मुक्तांगन में राज्य की समृद्ध जनजाति कला का भव्य प्रदर्शन आमचो बस्तर में किया गया है।
यहां सरगुजा क्षेत्र की कला संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए सरगुजा प्रखण्ड विकसित किया जा रहा है। इसमें उरांव, रजवार, पण्डो और कोरबा जनजातियों के आवास और जीवन शैली को प्रदर्शित किया जाएगा। इसी प्रकार पुरखौती मुक्तांगन में राज्य के मध्य मैदानी क्षेत्र, रायपुर और बिलासपुर संभाग की विविध सांस्कृतिक विशेषताओं को भी प्रदर्शित किया जाएगा।
पुरखौती मुक्तांगन को देखने आने वाले लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। यह अब सिर्फ छत्तीसगढ़ में ही नहीं बल्कि देश और विदेश में भी प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित हो रहा है।