शिष्य ने कहा मुझे अपने गुरू पर अभिमान…सभी आरोप बेबुनियाद…आदिवासी समाज पद्मश्री श्यामलाल चतुर्वेदी के साथ

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर– पद्मश्री श्यामलाल चतुर्वेदी के खिळाफ अपमानजनक और भ्रामक लिखन्त पढ़न्त के खिलाफ विभिन्न समाज के लोग सामने आने लगे हैं। भाजपा नेता संतकुमार नेताम पद्मश्री श्यामलाल चतुर्वेदी के समर्थन में सामने आ गए हैं। संत कुमार ने बताया कि पद्मश्री श्यामलाल बिलासपुर ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के आन बान शान हैं। भारत सरकार ने पंडित जी को पद्मश्री देकर प्रदेश और जिले का सम्मान बढ़ाया है। मुझे अपने गुरू पर अभिमान है। उनके खिलाफ जो कुछ भी लिखा पढ़ा गया ना केवल बिलासपुर बल्कि प्रदेश का आदिवासी समाज भी आहत हुआ है। बताते चलें कि संतकुमार नेताम को पद्मश्री श्यामलाल ने कक्षा पांच और छः में पढ़ाया है।

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                       पद्मश्री श्यामलाल चतुर्वेदी के खिलाफ लगाए गए आरोप पर उनके शिष्य ने दुख जाहिर किया है। भाजपा नेता संतकुमार नेताम ने बताया कि पद्मश्री श्यामलाल पर लगाए गए आरोप ना केवल भ्रामक है। बल्कि पीड़ा पहुंचाने वाला भी है। मै उन्हें बचपन से लेकर आज तक देखता आ रहा हूं। सौभाग्य है कि पद्मश्री ने मुझे प्राइमरी और मीडिल स्कूल में पढ़ाया है। उनका जीवन खुली किताब की तरह है। जैसे वे पहले थे…आज भी वैसे ही हैं। उनके जीवन में छिपाने के लिए कुछ नहीं था और ना  है। बावजूद इसके उन्हें जिस मामले में फंसाया जा रहा है…सरासर गलत है। मामला थाने में दर्ज नहीं है…ऐसे में उनके खिलाफ अनर्गल संबोधन गरिमा को चोट पहुंंचाने वाला है।

                  संतुकमार ने कहा कि मुझे अपने गुरू पर अभिमान है। उन पर हमेशा की तरह आजा भी आस्था है। आरोप लगाने से पहले खासतौर पर पद्मश्री श्यामलाल चतुर्वेदी को लेकर…दस्तावेजों को सौ बार खंगालने की जरूरत थी। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। मैने भी दस्तावेजों को देखा और पढ़ा है। कोर्ट कचहरी से मेरा हमेशा सामना होता है। लेकिन दस्तावेज में ऐसा कुछ नहीं पाया कि मास्टर जी के खिलाफ कोई अनर्गल संबोधन का उपयोग करें।

                                                            संत कुमार नेताम ने बताया कि मुझे अपने मास्टर जी पर अभिमान है। मेरे गुरू को भारत सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया। इससे कहीं ज्यादा गर्व करने लायक बात यह है कि मुझे पद्मश्री श्यामलाल चतुर्वेदी का शिष्य बनने का सौभाग्य मिला। मैं आज भी उनके सिद्धान्तों पर कायम हूं। नेताम ने बताया कि इन आरोपों के खिलाफ प्रदेश का आदिवासी समाज पद्मश्री श्यामलाल के साथ खड़ा है।

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