जब शिक्षाकर्मियों ने लिखा..बजट में तो कुछ नहीं..डॉक्टर साहब से कम से कम राहत वाली खुराक ही दे दो…कब करेंगे संविलियन

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— बजट के बाद सीएम डॉ.रमन सिंहं आनलाइन फेसबुक लोगों के सवालों का जवाब दिया। सीएम ने बजट पर टकटकी लगाकर देखने वाले शिक्षाकर्मियों के सवालों का भी आनलाइन करना किया। लेकिन सीएम के बजट और जवाबों से फौरी राहत नहीं मिलने पर शिक्षाकर्मी काफी उदास नजर आए। इस दौरान संविलियन को लेकर शिक्षाकर्मी लगातार सवाल करते रहे..लकेिन ज्यादातर सवालों के जवाब में सीएम सीधे सीधे कुछ भी कहने से बचते रहे..और रिपोर्ट का हवाला देकर बच निकले।
         बजट के बाद सीेएम जनता जनार्दन से आनलाइन मुखातिब हुए। शिक्षाकर्मियों पर पूछे गए कई सवालों और संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर अनिता साहू ने लिखा कि सर आप शिक्षाकर्मियों के प्रश्नों का जवाब क्योंं नहीं दे रहे हैं। जबकि सबसे ज्यादा शिक्षाकर्मियों के ही सवाल हैं। लगता है कि आप पक्षपात कर रहे है। जवाब दीजिये शिक्षाकर्मियो के सवालो का।
राघव प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री के पेसबुक पर आनलाइन लिखा कि महोदय शिक्षा कर्मियों के संविलियन पर सरकार चुनाव से पहले तक दिखावा कर रही है या धरातल पर कुछ कदम उठा भी रही है! क्या चुनाव से पहले संविलयन का आदेश करेंगे। कमेटियों, बैठकों में ही समय निकाल देंगे !
             फेसबुक पर दिलीप साहू ने लिखा कि शिक्षाकर्मियों के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है।  क्या वह संविलियन पर निर्णय लेगी या फिर संविलियन का मुद्दा कमेटी को सौंपा ही नहीं गया है ?
                                 उस्मान आलम ने लिखा कि माननीय मुख्यमंत्री जी शिक्षाकर्मी संविलियन के लिए बजट में कुछ नहीं है।  सरकार अपना रुख स्पष्ट करे।  विश्वास तिवारी ने लिखा सर शिक्षक पंचायत संवर्ग को हर माह 5 तारीख को राज्य की संचित निधि से सीधे हमारे खाते मे वेतन भुगतान भेजा जाए। एक सप्ताह के अन्दर सी.पी.एस.कटौति राशि प्रान खाता मे जमा हो का प्रावधान हो। स्कूल शिक्षा विभाग मे शासकीय शिक्षक और शिक्षक पंचायत संवर्ग समान कार्य करने के बाद भी वेतन एवं नियम मे असमानता है… असामनता को कब दूर करेंगे।
                                                  रूपेश सिंह ने लिखा कि बजट में शिक्षाकर्मी के लिए कुछ नही…वेतन तीन माह से नही  मिला। और अब प्रश्न का जवाब भी नही मिल रहा है। क्या शिक्षाकर्मी सरकार की जिम्मेदारी में नही आते।
 राकेश बाबू शुक्ला ने लिखा कि  कल मैंने  सपने में  देखा कि  CM साहब ने सभी शिक्षाकर्मियों का संविलियन कर दिया है। हम सभी लोग CM साहब का स्वागत कर रहे हैं। अब आप ही मेरे सपने को सब सच कर सकते हैं। बताइए क्या आप मेरे सपनों को सच करेंगे।
                   विकास राजपूत ने संवाद के दौरान लिखा कि माननीय मुख्यमंत्री जी 8 साल का बन्धन समाप्त कर समस्त शिक्षाकर्मियों को स्कूल शिक्षा विभाग मे मध्यप्रदेश की तरह संविलियन कर दो। शिक्षाकर्मियों का संविलियन स्कूल शिक्षा विभाग मे करना न्याय संगत रहेगा। आविकेश पैकरा ने लिखा कि
कोरिया जिले में बी.लिब डिग्री धारी सहायक शिक्षक पंचायत का जल्द प्रमोशन ग्रँथपाल पद पर कराये। कला और विज्ञान के शिक्षक पंचायत के पद 02 पर सहायक शिक्षक पंचायत03  का शीघ्र प्रमोशन करवाये।
                राजपूत ने आनलाइन बताया कि अंतिम 5 सालो से कोरिया जिले में सहायक शिक्षक पंचायत से शिक्षक पंचायत के पद पर प्रमोशन नही हुआ है। शिक्षाकर्मी मानसिक रूप से परेशान हैं। जल्द ही संविलियन का तोहफा  प्रदान करे।।
       मोहन कश्यप ने लिखा कि संवेदनशील मुख्यमंत्री महोदय बजट में शिक्षाकर्मियों के लिए कोई प्रावधान नहीं दिया गया ।डाक्टर होने के नाते आपसे उम्मीद है कि कम से कम राहत वाला खुराक जवबा में ही दे दो। पूर्व में जितनी भी कमेटियां बनी   आज तक रिपोर्ट नही आयी । क्या इस बार रिपोर्ट आएगी। संविलियन पर पुषोत्तम राम साहू, महेंद्र सिंह, विजेंद्र चौहान ने शिक्षाकर्मियों की समस्याएं गिनायी।और संवलियन दिये जाने की मांग भी की। मनोहर टंडन ने पता ठिकाना बताकर लिखा कि शाला भवन में 5 सालो से अध्यापन कार्य नही हो रहा है….विनती है कि नया भवन बनवा दें।
                   सन्तोष मिश्रा ने लिखा कि एक लाख अस्सी हजार शिक्षाकमियों का परिवार आज के बजट से निराश हुआ है। ऐसा कर शिक्षाकर्मियों को धोखा दिया गया है। मुख्यमंत्री जी आप कब संविलयन का निर्णय कब लेंगे। दीप अशोक त्रिपाठी ने कहा कि तीन महीनों से सर्व शिक्षा अभियान में वेतन नही मिला। हमारी आर्थिक स्थिति खराब हो रही है । कुछ इस तरह के सवाल प्रदीप साहू और ,दिनेश सोनकर ने भी किेए ।
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