बिलासपुर— संभागीय कार्यालय से करीब कुछ किलोमीटर दूर सीपत में दोपहर करीब 2 बजे विनोद कौशिक ऊर्फ लल्ला का शव तिरंगा में लिपटकर रायपुर से पहुंचा। एनटीपीसी हेलीपेड पर हेलीकाफ्टर के लैंड करते ही शहीद विनोद कौशिक अमर रहे से सीपत क्षेत्र गूंज उठा। शहीद के पार्थिव शरीर को देखते ही पूरा माहौल गमगीन हो गया। अंतिम विदाई पर लोगों की आंखे अपने आप बरसने लगी। इसके पहले अमर शहीद को संभाग के आलाधिकारी और पुलिस जवानों ने सलामी दी। मालूम हो कि एक दिन पहले नारायणपुर में नक्सली हमले में दो एसआई और दो आरक्षकों शहीद हो गए थे। इनमें से एक जवान विनोद कौशिक बिलासपुर जिले के सीपत का रहने वाले हैं।
राजकीय सम्मान के साथ नक्सली मुठभेड में शहीद विनोद कौशिक के पार्थिव शरीर तिरंगे में लपेटकर हेलीकाफ्टर से सीपत लाया गया। शहीद के पार्थिव को दोपहर करीब 2 बजे भारतीय वायु सेना के हेलिकाफ्टर से एनटीपीसी हेलीपेड लाया गया। शहीद विनोद कौशिक के पार्थिव शरीर को सम्मान के साथ तिरंगे में लपेटकर उतारा गया। अमर शहीद को देखते ही लोगों की आंखे बरसने लगी। लेकिन लोगो ने गर्व के साथ शहीद विनोद कौशिक का जयकारा लगाया।
इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने अमर शहीद को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। शहीद विनोद कौशिक के पार्थिव शरीर को फूलों से सजे वाहन से सीपत स्थित घर जाया गया। शहीद को अंतिम विदाई देने लोगों का जनशैलाब देखने को मिला। लोगों घरों की छत से नम आंखों से शहीद को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सीपत का बाजार नहीं खुला।
शहीद विनोद कौशिक का पार्थिव शरीर जैसे ही घर पहुंचा। माहौल पुरी तरह से गमगीन हो गया। इस दौरान शहीद की मां का गुमसुम दिखाई दीं। लेकिन शहीद के पिता उमाशंकर कौशिक की आंसू रूकने का नाम नहीं ले रहा था। बावजूद इसके जज्बातों पर काबू करने का प्रयास किया लेकिन रूके नहीं। उमाशंकर ने कहा उन्होंने बेटा खोया है। विनोद हमेशा कहता था पुलिस या सेना में जाऊंगा। घर परिवार और शहर का नाम रोशन करूंगा। उसने किया..लेकिन मैने तो अपना सब कुछ खो दिया। इस दौरान उमाशंकर ने शहीद विनोद की एक गतिविधियों की जानकारी रूंधे गले से दी।
शहीद विनोद कौशिक के पार्थिव शरीर को पुश्तैनी घर के सामने रखा गया। कुछ देर बाद खेत में ही शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। इसके पहले जिला प्रशासन से लेकर सेना के जवानों और पुलिस ने शहीद को पुष्प चक्र चढ़ाकर विनम्र श्रद्धांजली दी। नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल ने भी नम आखों से अमर शहीद को नमन कर पुष्पचक्र भेंट किया। अमर ने कहा नक्सलियों की अंतिम सांस चल रही है। बलिदान बेकार नहीं जाएगा।
शहीद को बिलासपुर रेंज आईजी दीपांशु काबरा और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने भी श्रद्धासुमन भेंट कर नमन् किया। पुष्पचक्र अर्पित कर प्रार्थना की। शहीद विनोद को बिलासपुर सांसद लखनलाल साहू, कलेक्टर पी दयानंद, एल्डरमैन मनीष अग्रवाल ने भी पुष्पचक्र अर्पित किया।
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक और निकाय मंत्री ने कहा कि शहीद विनोद कौशिक के बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उनके अभियान को नक्सलियों के उन्मूलन के बाद ही विराम दिया जाएगा। पूरी दुनिया नक्सलियों की कायराना हरकत देख रही है। नक्सलियों के दिन पूरे हो चुके हैं। लेकिन हमने अपना जाबाज सिपाही और बिलासपुर के लाल को खो दिया है। .
आईजी दीपांशु काबरा ने कहा शहीद विनोद बहादुरी के साथ नक्सलियों का सामना किया। मुंहतोड़ जवाब दिया। ऐसा हमारे छत्तीसगढ़ के जवान ही कर सकते हैं। उन्होने अंत तक पीठ नहीं दिखाया। उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। पुलिस विभाग इस शहादत को कभी भूल नहीं पाएगा। शहीद विनोद कौशिक को पूरे राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी गयी। सैनिकों ने शस्त्र झुकाया। बैंड ने शोक धुन बजाकर शहीद को सलामी दी। शहीद विनोद कौशिक की चिता को उनके पुत्र ने मुखाग्नि दी।