इकबाल अहमद बोले – केन्द्रीय मंत्री का बयान संविधान विरोधी, देश की जनता से माफी मांगें अनंत कुमार

Shri Mi
2 Min Read

rizvi_jccरायपुर।जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मीडिया चेयरमेन इकबाल अहमद रिजवी ने भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े के द्वारा कर्नाटक में दिये गये ‘‘धर्म निरपेक्ष लोगों की अपनी कोई पहचान नहीं’’ बयान का कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि मोदी सरकार के   मंत्री हेगड़े को संविधान का ज्ञान नहीं है ऐसे नेताओं को पहले भारत का इतिहास और संविधान की पाठ पढ़ानी चाहिए फिर संविधान की शपथ दिलानी चाहिए। हेगड़े ने संघ और भाजपा की भाषा बोली है ।इनके नेता  पहले आरक्षण का विरोध कर चुके है । अब ये धर्मनिरपेक्ष पर सवाल खड़ा कर रहे है। हेगड़े को शायद नहीं मालूम आजादी के आंदोलन में भारत देश के विभिन्न जाति, धर्म, मूल, वंश, लिंग, स्थान, वर्ग, समुदाय के लोगों ने अपनी प्राणों की आहूति दी थी। उन्हीं आजादी के महानायकों और शहीदों के सोच के अनुसार उनके सपनों का भारत का निर्माण के लिए भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता को प्रमुख स्थान दिया गया है। भारत देश का अपना कोई धर्म नहीं है। यहां हर किसी को अपने-अपने धर्म को मानने की स्वतंत्रता है। यही भारतीय संविधान की विशेषता है परन्तु भाजपा नेताओं को बाबा साहेब द्वारा बनाए गए दुनिया का सबसे अच्छा संविधान रास नहीं आ रहा है।
cfa_index_1_jpgरिज़वी ने आगे कहा कि धर्मनिरपेक्षता अनेकता में एकता का संदेश देता है, हिन्दू-मुश्लिम-सिक्ख-ईसाई हम सब है भाई-भाई के नारे को बुलन्द करता है। धर्मनिरपेक्षता के कारण ही दुनिया में भारत की एक अलग पहचान है। मंत्री हेगड़े को शायद नहीं मालूम कि धर्मनिरपेक्षता, संविधान का मूल ढांचा है ।जिसे कभी भी बदला नहीं जा सकता। केन्द्रीय मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर पदासीन अनंत कुमार हेगड़े का बयान संविधान विरोधी है जिसके लिए उन्हें देश की जनता से तत्काल माफी मांगनी चाहिए।

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close