बिलासपुर—आम आदमी पार्टी प्रदेश संयोजक डॉ संकेत ठाकुर ने शिक्षाकर्मियों की संविलियन मांग का समर्थन किया है। संकेत ठाकुर ने सवाल किया है कि जब संविलियन असंभव है तो भाजपा सरकार ने अपने घोषणा पत्र में संविलयन, नियमितिकरण को शामिल ही क्यों किया। जब किया है तो सरकार का धर्म है कि वादा निभाए। शिक्षाकर्मियों को सातवें वेतनमान का लाभ देते हुए सभी मांगों को तत्काल पूरा करे।
आम आदमी पार्टी प्रदेश संयोजक डॉ. ठाकुर के अनुसार दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रदेश की राज्य सरकार लोकतांत्रिक विधि से चल रहे जन आंदोलन को खत्म करने दमन का रास्ता अपना रही है। कुछ महीने पहले कुछ इसी तरह किसानों के आंदोलन को दबाया गया। हजारों किसानों को रातों रात गिरफ्तार किया गया। ऐसा ही कुछ शिक्षाकर्मियों के साथ भी हुआ। प्रश्न उठता है कि क्या प्रदेश में अघोषित आपातकाल लगा चुका है।
संकेत ठाकुर ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि दुख की बात है कि एक तरफ किसानों और ज्यादातर किसान-पुत्र शिक्षाकर्मियों के आंदोलन को कुचला जा रहा है। सरकार ने प्रदेश में भय का वातावरण खड़ा कर दिया है। दूसरी तरफ बोनस तिहार, तेंदूपत्ता बोनस तिहार के नाम पर वोट बटोरने के लिए पैसे बांटे जा रहे हैं। यदि किसानों की मांगों को पूरा करना ही है तो 4 साल का बोनस देना चाहिए। अगर तेंदूपत्ता संग्राहकों को भी प्रतिवर्ष का बोनस दिया जाना चाहिए। लेकिन यह सब चुनावी वर्ष को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। फिर भी लोग अब समझ चुके हैं कि सरकार की मंशा क्या है। जनता अपनी मंशा को साल 2018 में दिखाएगी।
संकेत ठाकुर और बिलासपुर लोकसभा अध्यक्ष सरदार जसबीर सिह ने बताया कि आम आदमी पार्टी का शिक्षाकर्मियों के आंदोलन को पूरा समर्थन है। शिक्षाकर्मियों से निवेदन है कि विधानसभा चुनाव में अपनी एकता और ताकत का परिचय दें। यदि आम आदमी की सरकार प्रदेश में बनती है तो सबसे पहले और दिल्ली की तर्ज पर शिक्षा कर्मियों को नियमित किया जाएगा। सभी शिक्षाकर्मियों का वेतन दोगुना कर सम्मान पूर्वक जीने का अधिकार दिया जाएगा।