रायपुर।प्रदेश में समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदी के लिए प्रदेश के सभी 1992 खरीदी केन्द्रों में धान खरीदी शुरू हो गई है। अब तक समर्थन मूल्य पर 38 हजार 563 किसानों से एक लाख 45 हजार 462 मीटरिक टन धान खरीदी की जा चुकी है। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस बार बिचौलियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए किसानों से तीन बार ही धान खरीदी की व्यवस्था की गई है। खाद्य विभाग द्वारा बिचौलियों पर लगातार निगरानी की जा रही है। अब तक 13 जिलों में धान के अवैध संग्रहण के 78 प्रकरण दर्ज किए गए हैं तथा पांच हजार 951 क्विंटल धान और सात वाहन जब्त किए गए हैं। किसानों को धान बेचने के लिए असुविधा नहीं हो इसके लिए पहले से टोकन जारी किए जा रहे हैं। किसान धान बेचने से पहले टोकन लेकर अपनी सुविधा अनुसार खरीदी केन्द्रों पर धान बेच सकते हैं।
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खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पंजीकृत किसान अपनी पात्रता अनुसार धान का विक्रय अधिकतम तीन बार में कर सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2016-17 में भी किसानों ने अधिकतम तीन बार में ही अपना धान बेचा था। उन्होंने बताया कि गत वर्ष 65 प्रतिशत किसानों ने एक बार में, 24 प्रतिशत किसानों ने दो बार में तथा 7 प्रतिशत किसानों ने तीन बार में अपना धान बेचा था।
इस तरह गत वर्ष 96 प्रतिशत किसानों ने अधिकतम तीन बार में अपना धान बेचा था। इसी को दृष्टिगत रखते हुए इस वर्ष अधिकतम तीन बार धान बेचने की सुविधा किसानों को दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि किसानों को इस वर्ष धान बेचने से पूर्व टोकन की व्यवस्था की गई है। कोई भी किसान पहले से टोकन लेकर निर्धारित तिथि में अपना धान बेच सकता है। सरगुजा संभाग और बस्तर संभाग के कांकेर जिले के किसानों को पहले से टोकन लेने की अनिवार्यता से छूट दी गई है। इन जिलों के किसान अपनी सुविधानुसार खरीदी केन्द्रों में धान बेच सकते हैं। इन जिलों में खरीदी केन्द्रों की दूरी को देखते हुए किसानों को यह सुविधा दी गई है। किसानों को धान का मूल्य उनके खातों में सीधे ऑनलाइन अंतरण किया जा रहा है। किसान एटीएम से अथवा बैंक में जाकर राशि आहरण कर सकते हैं।