बिलासपुर–पुलिस कप्तान मयंक श्रीवास्तव ने सर्व आदिवासी समाज को आश्वासन दिया है कि नेता हो..या अधिकारी…गुंडा हो…साहूकार..कोई कितना भी रसूखदार क्यों ना हो…थाने में घुसकर प्रधान आरक्षक लव सिंह ध्रुव से मारपीट करने वाले को नहीं बख्शा जाएगा। आदिवासी समाज ने पुलिस कप्तान से आश्वासन मिलने के बाद खुशी जाहिर की है। आरोपी को जल्द से जल्द जेल के पीछे भेजने की मांग भी की है।
सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ के नेताओं का प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस कप्तान मयंक श्रीवास्तव से तोरवा प्रधान आरक्षक लव कुमार ध्रुव से मारपीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मालूम हो कि तीन पहले डीपूपारा के कुछ लोग साथी के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का विरोध करने तोरवा थाना पहुंचे। आठ दस लोगों ने तोरवा थाने में घुसकर प्रधान आरक्षक लव कुमार ध्रुव से मारपीट की । थाने के अन्दर जमकर हंगामा भी मचाया। महिला आरक्षकों के सामने पुलिस और प्रधान आरक्षक के खिलाफ जातिगत गाली गलौच भी की।
घटना के तीन दिन बाद सर्व आदिवासी समाज के लोग थाने में घुसकर मारपीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने पुलिस कप्तान मयंक श्रीवास्तव से मुलाकात की है। समाज के लोगों ने पुलिस कप्तान को बताया कि लव कुमार ध्रुव आदिवासी समाज से है। पुलिस में रहकर जनता की सेवा कर रहा है। बावजूद इसके पुलिस थाने के अन्दर घुसकर लव कुमार के साथ असमाजिक रसूखदार तत्वों ने मारपीट की हैं। घटना के बाद आदिवासी समाज सुरक्षा को लेकर परेशान है।
आदिवासी नेताओं ने बताया कि शासकीय सेवक लव कुमार अनुसूचित जनजाति वर्ग से है। आदिवासी समाज सीधा साधा होता है। बावजूद इसके उसके साथ थाने में घुसकर मारपीट हुई है। असमाजिक तत्वों ने जातिगत गाली गलौच भी किया है। अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक संघ और सर्व आदिवासी समाज दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करता है।
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर सर्व आदिवासी समाज बिलासपुर जिले की आर्थिक नाकाबंदी करेगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
कोई नहीं बचेगा…
आदिवासी समाज को पुलिस कप्तान ने आश्रवासन दिया कि किसी को नहीं छोड़ा जाएगा। चाहे वह बड़ा अधिकारी हो…या नेता..साहूकार हो या गुंडा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। प्रक्रिया चल रही है। सभी आरोपियों को धर दबोचा जाएगा। एसपी ने कहा कि लवकुमार ना केवल आदिवासी समाज का हिस्सा है। बल्कि पुलिस परिवार का भी सदस्य है। लव कुमार को ना केवल न्याय मिलेगा। बल्कि आरोपियों के खिलाफ ऐसी सख्त कार्रवाई होगी कि इस प्रकार की हरकत करने से पहले सौ बार सोचेंगे।
नंदकुमार साय से शिकायत
सर्व आदिवासी समाज अनुसूचित जनजाति शासकयी सेवक संघ के प्रतिनिधि मंडल अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष नंद कुमार साय से भी शिकायत की है। प्रतिनिधि मंडल ने साय को बताया कि तोरवा थाना में आदीवासी आरक्षक से थाने में घुसकर असामाजिक तत्वों ने मार पीट की है। इसके पहले कोनी थानेदार ने आदिवासी नेता को थाने में लाकर बेवजह पीटा इस दौरान जातिगत गाली गलौच भी हुई।