जांजगीर-चांपा।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सोमवार को ऑनलाइन बटन दबाकर जिले के एक लाख 26 हजार 156 किसानों को एक साथ 211 करोड़ 48 लाख रूपये का धान बोनस वितरित किया। उन्होंने 209 करोड़ रूपये के 55 विकास कार्यो का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमंे 125 करोड़ 65 लाख के 41 कार्यो का शिलान्यास और 82 करोड़ 44 लाख से अधिक राशि के 14 कार्यो का लोकार्पण शामिल है। इस अवसर पर डॉ. सिंह ने हितग्राहियों को शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत 16 करोड़ से अधिक राशि की सामग्री आदि वितरित किया।विशाल बोनस तिहार समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि प्रदेश मंे जांजगीर-चांपा जिले के सर्वाधिक किसानों ने सबसे ज्यादा बोनस पाकर अभूतपूर्व कीर्तिमान स्थापित किया है। आज जिले के किसानांे की मेहनत और ताकत की पहचान हो गई है।
डॉ. सिंह ने बोनस तिहार में ऐतिहासिक और बहुत बड़ी संख्या मंे उपस्थिति के लिए किसानों के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया। डॉ. सिंह ने कहा कि किसानों की बडी संख्या को देखकर वे स्टेडियम को दोगुना करने के बारे मंे विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अन्नदाता का पसीना जमीन पर गिरता है, तो धान उपजता है। राज्य सरकार द्वारा किसानों की आय को दोगुना करने के लिए अगले पांच साल के लिए रोड मेप बनाया गया हैै। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई क्षेत्रों में जहां अकाल की स्थिति है, वहां सर्वे कराकर किसानों को क्षतिपूर्ति दिलाई जाएगी। शासन द्वारा छत्तीसगढ़ के किसान, मजदूर और गरीब के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैै।
मुख्यमंत्री खाद्यान्न सुरक्षा योजना के संचालन से प्रदेश मंे शिशु मृत्यु दर, मातृ मृत्यु दर और कुपोषण मंे कमी आई है।डॉ. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने माताओं-बहनों के मान-सम्मान को बढ़ाया है। उनके द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत जिले के एक लाख बहनों को लाभान्वित किया जा चुका हैै।
इस योजना से प्रदेश में हर वर्ष ढाई करोड़ पेड़ कटने से बच जाएंगे। प्रधानमंत्री आवास योजना में 11 लाख हितग्राहियों को आवास की स्वीकृति दी गई है। इस योजना से वर्ष 2022 तक उन गरीब परिवारों, जिनके पास पक्का मकान नहीं है, उनका पक्का मकान बन जाएगा। इसी तरह वर्ष 2018 तक छत्तीसगढ़ के सभी बीपीएल परिवार के पास बिजली पहुंच जाएगा। मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना में अब 30 हजार की जगह 50 हजार रूपये तक की ईलाज की सुविधा मिलेगी। स्वच्छता अभियान के तहत जिले को ओडीएफ बनाने के लिए यहां के पंच, सरंपच, जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन का कार्य सराहनीय है। स्वस्थ और समृद्ध जांजगीर बनाने के लिए जिन्होंने खुले से शौच मुक्त का संकल्प लिया है वे बधाई के पात्र हैं।