बिलासपुर—राठौर समाज ने दो टूक कहा है कि बहुत त्याग किया। कभी मांगा नहीं…समाज ने देश को हमेशा दिया ही है। हमने ही जांजगीर से चरणदास महंत के लिए दावेदारी को छोड़ा। अब जांजगीर को महंत की नहीं…राठौरों की जरूरत है। हमें किसी भी पार्टी से परहेज नहीं है। लेकिन जांजगीर विधानसभा चुनाव में किसी राठौर क्षत्रिय को ही टिकट मिलनी चाहिए। यह बातें अखिल भारतीय राठौर समाज और छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष ने प्रेस वार्ता के दौरान कही।
पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए अखिल भारतीय क्षत्रिय राठौर समाज के अध्यक्ष रतन सिंह राठौर ने बताया कि राठौर समाज ने देश के लिए हमेशा खून बहाया है। इतिहास गवाह है कि देश की आन बान शान के लिए राठौरों ने सर्वस्व न्योछावर किया है। बावजूद इसके राठौर समाज के साथ न्याय नहीं हुआ। देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था में राठौरों को दूर रखा गया है। अब ऐसा नहीं होने देंगे।
राठौर महासभा के पदाधिकारी चुलेश्वर सिंह,देवी सिंह नारायण सिंह ने कहा कि राज्य बनने के बाद प्रदेश में पहली बार राठौर समाज का संगठन बनाया जा रहा है। रविवार को संवैधानिक तरीके से राठौर समाज का संगठन चुनाव होगा। इसके बाद प्रदेश का राठौर समाज संगठित होकर शासन से हक की मांग करेगा।
पदाधिकारियों ने कहा कि देश के 11 राज्यों में राठौर समाज का संगठन खड़ा हो चुका है। चार राज्य ओडिसा,कर्नाटक,बिहार और बंगाल में भी संगठन को खड़ा किया जाएगा।
संगठन की जरूरत के सवाल पर रतन सिंह राठौर ने कहा कि जांजगीर चांपा..कोटा,खरसिया,सक्ति और कटघोरा विधानसभा में राठौर समाज की बहुलता है। बावजूद इसके समाज को राजनैतिक महत्व नहीं दिया गया। अब चूकि देश की सभी पार्टियां जाति और बहुलता के आधार पर टिकट का बटवारा कर रही हैं। जाहिर सी बात है कि जांजगीर समेत कई विधासनभा में राठौरों की भी टिकट दावेदारी बनती है। 1951 में जांजगीर से रामकृष्ण राठौर ने विधानसभा चुनाव जीता। इसके बाद महंत परिवार के लिए राठौरों ने दावेदारी छोड़ दी। लेकिन अब दुबारा भूल राठौर समाज के लोग नहीं करेंगे।
एक्स आर्मी मैन लखनऊ के कीर्ति प्रकाश ने बताया कि राठौर समाज के साथ अब अन्याय हो रहा है। इसलिए अब चरणदास महंत या किसी गैर राठौर भाजपाइयों के लिए जांजगीर की कुर्बानी नहीं दी जाएगी। जो भी पार्टी राठौर समाज को टिकट देगी..राठौर समाज उसका सहयोग करेगा।