रायपुर।प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मो. असलम ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सहित समूचे बस्तर में सबसे प्रचलित संक्रामक रोगो में से एक तथा भंयकर जनस्वास्थ समस्या मलेरिया ने पैर पसार लिया है और बड़ी तादाद में लोग शहर से लेकर अन्दरूनी वन ग्रामों तक इस रोग से पीड़ित है। मलेरिया को नियंत्रित करने में सरकार पूरी तरह से असफल है। बस्तर के वनांचल में इस रोग से पीड़ित लोग खून की कमी जबरदस्त बुखार, संास फुलना, सर्दी-जुखाम उबकायी और मुच्र्छा से पीड़ित है अब डब्ल्यूएचओ से पुष्टी के बाद और एनआईआरटीएच द्वारा किये गये खुलासा से स्पष्ट है कि बस्तर में सबसे खतरनाक किस्म के मलेरिया का प्रकोप है।
रोगी के खून के परीक्षण में सभी चार प्रकार प्लास्मोडियम विवैक्स, फैल्सीपैरम, ओवेल व प्लास्मोडियम मलेरिये का लक्षण पाया जाना चिंताजनक है। यही कारण है कि यह रोग जानलेवा साबित हो रहा है। मलेरिया के उपचार का सर्वथा आभाव है एवं सरकार की लापरवाही से वनवासियों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
मो.असलम ने कहा है कि भारत सरकार इस रोग को नियंत्रित करने एवं इसके रोकथाम के लिये एक बड़ा बजट राज्य को प्रदान करती है किन्तु राज्य सरकार की अनदेखी एवं ऊपर से लेकर निचले स्तर तक हो रहे भ्रष्टाचार के कारण मलेरिया के फैलाव में रोकथाम नहीं हो पा रहा है।