मेयर को कहा मेयर लायक नहीं…महापौर का जवाब…भ्रष्ट ना करें भ्रष्टचार की बात…कांग्रेस का नगर माता संकल्प…भाजपा ने किया रिफ्यूज

BHASKAR MISHRA
6 Min Read

IMG20170915123346  बिलासपुर—  निगम सामान्य सभा काफी असामान्य रही। सभा में भाजपा और कांग्रेसी पार्षदों ने शहर की चिंता की। एक दूसरे पर जहर बुझे तीर चलाए। विपक्षी कांग्रेसियों ने संपत्तिकर वसूली को लेकर कंपनी को लाभ पहुंचाने और महापौर पर कमीशनखोरी का आरोप लगाया। भाजपा पार्षदों ने कांग्रसी कार्यकाल की बखिया उधेडी। कांग्रसियों ने भी कहा कि मेयर तो मेयर लायक नहीं है। मंत्री की कृपा से कुर्सी पर बैठे हैं। दोनों पक्षों ने एक.दुसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सभापति ने बिगड़े महौल को किसी तरह संभाला।

Join Our WhatsApp Group Join Now

                                 नगर निगम सामान्य सभा की 11 बजकर 41 मिनट से शुरू हुआ। पहला एक घंटा प्रश्नकाल का था। सत्ता पक्ष ने पार्षदों के सवालों का जवाब दिया। एक घंटे के प्रश्नकाल में कुल 9 प्रश्न किए गए। कमोबेस सभी सवालों पर सत्तापक्ष और विपक्ष उलझते रहे। कांग्रेस पार्षद तैय्यब हुसैन ने तो मेयर किसी लायक नहीं कह दिया। उन्होने कहा कि मेयर की कुर्सी मंत्री की कृपा से मिली है। इतना सुनते ही भाजपा पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। आरोप वापस लेने के बाद मामला शांत हुआ।

                                सामान्य सभा शुरू होते ही महापौर किशोर राय ने बिलासपुर को स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल होने पर प्रधानमंत्री, तात्कालीन शहरी विकास मंत्री,मुख्यमंत्री और निकाय मंत्री अमर अग्रवाल के प्रति आभार जाहिर किया। नेता प्रतिपक्ष ने धन्यवाद देिया कि महापौर ने स्मार्ट सिटी में पिछले तीन साल में एक पत्थर भी नहीं लगाया।

            नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 85 गायों को रतनपुर शहर के बाहर जोगीपुर और छेरकाबांधा के जंगलों में जंगली जानवरों की खुराक बनाकर छोड़ा गया है। महापौर ने इंकार किया। नजरूद्दीन ने मामले में संकल्प पत्र लाया कि गाय को नगर माता का दर्जा दिया।

                     प्रश्नकाल शुरू होते ही नजरूद्दीन ने कहा कि एयरोसाफ्ट कंपनी संपत्तिकर की वसूली कर रही है। कितनी वसूली हुई जनता जानना चाहती है। महापौर ने कहा 16 करोड़ की वसूली होनी थी अभी तक 7 करोड़ की वसूली हुई है। जवाब से नाराज नेता प्रतिपक्ष ने कंपनी को Screenshot_2017-09-15-21-09-15-35लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया। उन्होने कहा लक्ष्य 18 करोड़ का था…बिना सूचना कम क्यों किया गया। निगम अधिकारियों पर कमीशन लेने का आरोप लगाया। इतना सुनते ही भाजपा पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। एक बार फिर आरोप को वापस लेने के बाद प्रक्रिया पटरी पर लौटी। इसी दौरान भाजपा पार्षद उमेश चंद्र कुमार ने जांच कराने की बात कही तो कांग्रेस पार्षद अखिलेश चंद्रप्रदीप बाजपेयी ने मुख्यमंत्री के कमीशन वाले बयान को दोहराया।

                           कांग्रेस पार्षद कार्टर रेड्डु ने सुलभ शौचालय के सेप्टिक टैंक की सफाई का सवाल उठाया। कांशी रात्रे ने निगम स्कूलों के संबध में जानकारी मांगी। संजय गुप्ता ने मुक्तिधाम के सौंदयीकरण और उन्नयन पर सवाल किया। जवाब भाजपा पार्षद उमेशचंद्र कुमार ने दिया। सुनीता गोयल ने कांजी हाउस में मवेशी की संख्या और चारा के बारे में पूछा। महापौर ने कहा कि कांजी हाउस में मवेशी नहीं है…चारा दानदेता देते है। राजेश शुक्ला और डालर राव ने सीवरेज पंप और दिनेश ने एलईडी लाइट की जानकारी मांगी।

                                         प्रश्नकाल के बाद सामान्य सभा की बैठक में शामिल एजेंडा पर बहस किया गया। इसके बाद सभी कर्मचारी और जनप्रतिनिधियों ने स्वच्छ भारत का संकल्प भी लिया।

 सूप बोले चलनी बोले…72 छेद— किशोर राय..मेयर

                               पत्रकारों से बातचीत के दौरान मेयर ने बताया कि कांग्रेस विकास कार्य को देखर हताश हो चुकी है। अनाप शनाप आरोप लगाकर कैमरा के सामने कांग्रेसी पार्षद आना चाहते हैं। निकाय मंत्री के प्रयास से एलईडी लगाई गयी। शहरवासी खुश हैं। कमीशनखोरी करने वाले कमीशनखोरी की बात ना करें। कांग्रेसी सूप चलनी की तरह हैं जिसमें सैकड़ों छेद होते हैं। कांग्रेसी भ्रष्टाचार में गले तक डूबे हैं। यही कारण हैं SHEKH NAZARUDDINकि उनके मंत्री जेल में है। दिल्ली से लेकर नगर निगम तक की सत्ता से हाथ चली गयी है।साल के अंत में संपत्तिकर वसूलने का टारगेट पूरा कर लिया जाएगा।

पार्षद और मेयर कमीशनखोर…शेख नजरूद्दीन–नेता प्रतिपक्ष

                     नेता प्रतिपक्ष ने भी पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि शहरवासियों की संपत्ति का जमकर बंदरबांट हो रहा है। ठेका कंपनी चालिस प्रतिशत रकम दबाती है। तीस प्रतिशत निगम को देती है। बाकी तीस प्रतिशत रकम मेयर और भाजपा पार्षदों के बीच बंदरबांट में चला जाता है। नजरूद्दीन ने कहा कि निगम कर्मचारी मिलकर 90 प्रतिशत संपत्तिकर वसूलते थे। लेकिन ठेका कंपनी ने अभी तक केवल 20 प्रतिशत ही संपत्तिकर वसूला है। नजरूद्दीन ने बताया कि प्रश्नकाल में काग्रेसी पार्षदों के सवालों को जवाब सत्ता पक्ष ने हंगामे के बीच दबा दिया। गाय को नगर माता संकल्प पत्र लाया गया…लेकिन सत्तापक्ष ने इंकार दिया है।

——-

close