किसी को बचाने की जुगत…किसी को हटाने की साजिश..बेअसर हाईकोर्ट का आदेश

BHASKAR MISHRA
4 Min Read

COLLECTORATEबिलासपुर– पिछले कुछ दिनों से पूरे प्रदेश में पटवारियों के खिलाफ लगातार शिकायत और आक्रोश देखने को मिल रहा है। लोग तहसील कार्यालय से लेकर कलेक्टर तक पटवारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे है। कमोबेश प्रदेश में सभी जगह पटवारियों पर आरोप लगाया जा रहा है कि जमीन दलालों से सांठ गांठ कर सरकारी जमीन को वारा-न्यारा कर रहे हैं। बिलासपुर में भी लोग पटवारियों की शिकायत लेकर लगातार कलेक्टर कार्यालय पहुंच रहे हैं। पिछले दो दिनों में कोनी पटवारी के खिलाफ सैकड़ों लोग आधा दर्जन से अधिक शिकायत कर चुके हैं। बावजूद इसके तहसील प्रशासन कोनी पटवारी को बचाने भरपूर प्रयास कर रहा है। ना जाने किन कारणों से शासन और हाईकोर्ट के आदेश की अनदेखी कर लिंगियाडीह हल्का पटवारी को कार्यभार नहीं दिया जा रहा है।

Join Our WhatsApp Group Join Now

                                     बिलासपुर तहसील इन दिनों राजनीति और षड़यंत्र का अड्डा बन गया है। कुछ महीने पहले ऐसी ही एक मामले में हाईकोर्ट को तहसील और जिला प्रशासन को फटकार लगाना पड़ा था। फटकार का असर अब बेअसर साबित हो रहा है। एक बार फिर शासन और हाईकोर्ट के निर्देशों को नजरअंदाज करते हुए जिला प्रशासन ने एक नए पटवारी को लिंगियाडीह का कार्यभार नहीं देते हुए फुटबाल बना दिया है। बताया जा रहा है कि नए पटवारी को लिंगियाडीह का कार्यभार नहीं देने की कुछ वजह टेक्निकल है तो कुछ पुराने पटवारियों का स्वार्थ।

कोनी पटवारी को बचाने की जुगत

                                                       कोनी पटवारी को तहसील प्रशासन ने कोनी हल्का में बनाए रखने के लिए पूरी ताकत को झोंक दिया है। बताया जा रहा है कि विभव सिंह को बचाने रायपुर से किसी कद वाले व्यक्ति ने फोन कर जांच को प्रभावित करने का प्रयास किया है। उसी तरह आश्वासन भी मिला है कि विभव सिंह यथावत रहेंगे। जानकारी मिली है कि विभव सिंह ने अपने स्पष्टीकरण में अटेन्डर महेन्द्र को कम्प्यूटर आपरेटर बताया है। जो कम्प्यूटर सुधारने आया था। जबकि सीजी वाल के पास वह विडियों आज भी सुरक्षित है जिसमें कोनी पटवारी का अटेन्डर जाति,निवास, नक्शा बी 1 और पी1 का काम करते हुए दिखाई दे रहा है।

प्रभारी सचिव से भी शिकायत

                            बिलासपुर प्रवास के दौरान कोनी के लोगों ने प्रभारी सचिव एम.के.राउत को लिखित शिकायत कर विभव सिंह को हटाने की मांग की थी। ग्रामीणों ने बताया था कि कोनी हल्का पटवारी सरकारी और कोटवारी जमीन की बिल्डरों के बीच बंदरबांट कर रहा है। मामले को प्रभारी सचिव राउत गंभीरता से लिया था। पास में ही खड़े कलेक्टर ने मामले में तत्काल जांच का आदेश दिया था। मंगलवार को भी कुछ विभव सिंह के खिलाफ अतिरिक्त कलेक्टर कुंजाम से शिकायत की है। जानकारी मिल रही है कि विभव सिंह को कोनी में रखने कई आलाधिकारी और पटवारी संघ के लोग ताकत लगा रहे हैं।

फिर सिर उठाया लिंगियाडीह का विवाद

                       लिंगियाडीह पटवारी हल्का विवादों में बिलासपुर की शान है। शासन के आदेश के बाद जिला कलेक्टर ने नए पटवारी को लिंगियाडीह भेजा। बाद में विघ्नसंतोषियों की शिकायत पर जिला प्रशासन को आदेश वापस लेना पड़ा। मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा। हाईकोर्ट ने जिला प्रशासन को आदेश दिया कि संबधित पटवारी को लिंगियाडीह में पदस्थ किया जाए। बावजूद इसके पटवारी हाईकोर्ट और शासन का आदेश लेकर इधर से उधर भटक रहा है। कुल मिलाकर फुटबाल बन गया है।

close