अनियमित वित्तीय कंपनियों के खिलाफ हो कठोरतम कानूनी कार्रवाई-डीजीपी

Shri Mi
3 Min Read

292E4F6F6945D233D5CC6D1B360D4B3Fरायपुर।पुलिस महानिदेशक ए.एन. उपाध्याय ने सिविल लाइन्स,सभागार में ‘अनियमित वित्तीय कंपनी और पुलिस’ विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया।इस कार्यशाला में प्रदेश के सभी जिलों से आये पुलिस अधिकारियों और लोक अभियोजकों को सम्बोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक ने कहा कि अनियमित वित्तीय कंपनियों के कार्य आरंभ करते ही पुलिस उनकी केस स्टडी कर ले तो वह कंपनी अपना कारोबार प्रारंभ नहीं कर सकती। पुलिस की जानकारी के बगैर उस क्षेत्र में कोई कोई अनियमित वित्तीय कारोबार संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में कोई भी अनियमित वित्तीय कंपनी पंजीकृत नहीं है। पुलिस को यह जानना जरूरी है कि कोई नई कंपनी अपना कारोबार प्रारंभ कर रही है, वह कौन से कार्य के लिये पंजीकृत है, और कैसे वित्तीय कार्य प्रारंभ कर रही है। पुलिस महानिदेशक ने यह भी कहा कि यदि कोई कंपनी अथवा संस्था बैंक से अधिक ब्याज देने अथवा कम समय में धन दोगुना करने का प्रलोभन देती है तो प्रथम दृष्टि में ही यह स्पष्ट है कि यह कंपनी धोखा देना चाहती है।

Join Our WhatsApp Group Join Now

                                                                 इस प्रकार अनियमित कारोबार बहुत बड़े अपराध की श्रेणी में आता है। उन्होंने उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि कोई ग्रामीण या सेवानिवृत अधिकारी-कर्मचारी झांसे में आकर अपनी जीवन भर की कमाई गवां बैठते हैं और उनका पूरा परिवार इस सदमें से टूट जाता है। अतः इस प्रकार का अनियमित कारोबार करने वाली कंपनियों को रोकने और उनके विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के लिये पुलिस को संभव कानूनी कार्यवाही करनी चाहिये।

                                                             पुलिस महानिदेशक ने इन कंपनियों के खिलाफ आम नागरिकों के बीच जनजागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिए। उन्होंने इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन राज्य अन्य भागों में आयोजित करने के निर्देश दिए।कार्यशाला में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध अनुसंधान विभाग) आर.के. विज ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि अनियमित वित्तीय कंपनियों का कारोबार छत्तीसगढ़ ही नहीं पूरे देश में हो रहा है। इन्हें रोकने के लिये किये जाने वाले कानूनी प्रावधानों पर आयोजित यह कार्यशाला बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग को ग्रामीण इलाकों में अपनी गुप्त सूचना तंत्र को और अधिक मजबूत करने पर बल दिया और कहा कि  इस प्रकार की कंपनियांें को प्रारंभ होने से पूर्व ही रोका जा सके तो और बेहतर परिणाम आएंगे।

                                                             विज ने कहा कि पुलिस को यह भी पता लगाना चाहिए कि इन कंपनियों का संचालक कौन है। श्री विज ने कहा कि इन अनियमित कंपनियों के विरूद्ध कार्यवाही में पुलिस की विवेचना अतिमहत्वपूर्ण है। पुलिस को इन कंपनियों के  विरूद्ध कार्यवाही से बैंकों का सहयोग लेकर यह पता लगाना चाहिये कि कंपनी ने कितना धन संग्रह किया और इस धन का निवेश देश के किस स्थानों पर किया गया, जिससे उन परिसंपत्तियों को राजसात करने में बहुत आसानी होगी।

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close