किसकी कितनी बढी दौलत,पीएम मोदी से आगे है कई मंत्री

Shri Mi
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narendra modi, cabinet, #cabinetreshuffle, india, newdelhi, oath, ministersनईदिल्ली।पिछले दो सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संपत्ति में कुल 42 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है, जबकि उनके मंत्री संपत्ति बढ़ोत्तरी में उनसे काफी आगे हैं। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की संपत्ति साल 2015-17 में सबसे ज्यादा बढ़ी है। उनकी संपत्ति 2014-15 में 53 लाख थी जो बढ़कर 2016-17 में 89 लाख रुपये हो गई। इस तरह दो सालों में तोमर की कुल संपत्ति में करीब 67 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। प्रधानमंत्री मोदी 41.8 फीसदी की संपत्ति बढ़ोत्तरी के साथ अपने कैबिनेट सहयोगियों के बीच तीसरे नंबर पर आते हैं। उनकी संपत्ति 1.41 करोड़ से बढ़कर 2 करोड़ हो गई है।पीएमओ की वेबसाइट पर जारी आंकड़ों के मुताबिक केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की संपत्ति में बढ़ोत्तरी नहीं हुई है बल्कि उनकी संपत्ति इन दो सालों में 50 फीसदी घट गई है। आंकड़ों के मुताबिक जावड़ेकर की संपत्ति साल 2014-15 में 1.11 करोड़ रुपये थी जो 2016-17 में घटकर 56 लाख रह गई है।

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                       केंद्रीय सांख्यिकी एवं क्रियान्वयन मंत्री सदानंद गौड़ा की संपत्ति में 42.3 फीसदी के बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। उनकी संपत्ति 2014-15 में 4.65 करोड़ रुपये थी जो 2016-17 में बढ़कर 6.62 करोड़ रुपये हो गई है। केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह की संपत्ति में मात्र 23.5 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। उनकी संपत्ति 7.97 करोड़ थी जो बढ़कर 9.85 करोड़ रुपये हो गई है।

                       विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की भी संपत्ति में कम इजाफा हुआ है। 2014-15 में उनकी संपत्ति 4.55 करोड़ रुपये थी जो मात्र 17.4 फीसदी बढ़कर 2016-17 में 5.34 करोड़ रुपये हुई है। उनके जूनियर मंत्री वी के सिंह की संपत्ति में भी मात्र 12.5 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। उनकी संपत्ति 69 लाख से बढ़कर 78 लाख रुपये ही हुई है।

                       नागरिक उड्डयन मंत्री गजपति राजू की संपत्ति 11.7 फीसदी बढ़ी है। पहले उनकी संपत्ति 6.98 करोड़ थी जो बढ़कर 7.80 करोड़ रुपये हुई है। केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की संपत्ति भी कम 7.8 फीसदी ही बढ़ी है। 2014-15 में उनकी कुल संपत्ति 99 लाख थी जो 2016-17 में बढ़कर मात्र 1.07 करोड़ रुपये हो गई।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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