सीजीवाल।नीतीश कुमार के श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा शुक्रवार को शेखपुरा के जिला पदाधिकारी दिनेश कुमार से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे और उनकी कुर्सी पर जा बैठे। डीएम की कुर्सी पर मंत्री के बैठने की तस्वीर सोशल मीडिया पर आते ही लोगों ने उनकी खिंचाई शुरू कर दी। भाजपा कोटे से पहली बार मंत्री बने सिन्हा लखीसराय विधानसभा सभा क्षेत्र से विधायक हैं। वैसे आम शिष्टाचार है कि अपने से छोटे पद के अधिकारी की कुर्सी पर किसी बड़े अधिकारी या मंत्री को नहीं बैठना चाहिए जब तक कि वो अधिकारी खुद उस कुर्सी पर बैठने के लिए उच्च अधिकारी या मंत्री को ऑफर ना करे। विजय कुमार सिन्हा सूबे के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के काफी करीबी माने जाते हैं। इन्हें मंत्री बनाए जाने पर भाजपा के अंदर खाने काफी बहसा-बहसी भी हुई थी।
इस वाकये पर लोगों ने ट्विटर पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया जाहिर की है। एक यूजर ने लिखा है, “बिहार में मंगलराज। नो अंतर्आत्मा की आवाज, प्रॉब्लम्स फोर नीतीश कुमार।” इससे उलट एक शख्स ने प्रतिक्रिया दी है कि मंत्री को डीएम की कुर्सी पर बैठने का प्रोटोकॉल है। दूसरे यूजर ने लिखा है, “बारहवी पास हैं और शौक़ IAS की कुर्सी पे बैठने का। कोई इनको बताए कठोर तपस्या करने के बाद मिलता है यह सौभाग्य।