इंदिरा की इमरजेंसी की करूणा ने की तारीफ…कहा…गायों को चमड़े के लिए भूंसे में दबाया गया

BHASKAR MISHRA
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IMG20170907134642(1)बिलासपुर— करूणा शुक्ला ने चिर परिचित अंदाज में आज पत्रकार वार्ता में प्रदेश और केन्द्र सरकार पर निशाना साधा। गायों की हत्या पर सरकार को जमकर कोसा। उन्होने कहा कि मांस का एक टुकड़ा मिलने पर लोगों ने मिलकर निर्दोषों का मौत के घाट उतार दिया। यहां तो चमडे के लिए जिंदा गायों को भूसा के अन्दर ढककर मारा गया। सरकार ने दोषियों के खिलाफ अभी तक सख्त कार्रवाई नहीं की है।

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                       करूणा ने बताया कि किसानों के साथ बोनस के नाम पर छल किया जा रहा है। समर्थन मूल्य की अभी तक घोषणा नहीं हुई है। प्रधानमंत्री ने मनरेगा को जिंदा स्मारक कहा था…लेकिन भाजपाई मनरेगा मजदूरों की मोटी मजदूरी को ऐसा खाया कि डकार तक नहीं लिया। करूणा शुक्ला ने केन्द्र और भाजपा सरकार को हर मोर्चे पर फेल बताया।

                              कांग्रेस भवन में आज पूर्व सांसद करूणा शुक्ला पत्रकारों से रूबरू हुई। उन्होने सवालों का जवाब दिया। करूणा ने कहा कि देश में फासिस्ट ताकतों ने गरीबों,मजदूरों और धर्मनिरपेक्ष लोगों का जीना हराम कर दिया है। सच्चाई की आवाज को कर्नाटक में गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया जाता है। देश के लोग भाजपा के शासन में घुटन महसूस कर रहे हैं।

             सवाल का जवाब देते हुए करूणा ने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी ने कहा था कि देश में इमरजेंसी जैसे हालात होने वाले हैं। सच होता दिखाई दे रहा है। लेकिन करूणा शुक्ला ने इंदिरा गांधी के इमरजेंसी को सही बताया। उन्होने कहा कि आंतरिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए देश में उस दौरान इमरजेंसी को लगाना ठीक था। बाबू जय प्रकाश नारायण जैसे ताकतों को रोकना जरूरी था। अन्यथा देश को बहुत नुकसान होता। करूणा ने इंदिरा गांधी की रीति और नीतियों की जमकर तारीफ की।

                               पूर्व सांसद के अनुसार राहुल गांधी ठीक कहते हैं कि देशवासियों को सोची समझी रणनीति के तहत उन्मादी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। जनता भी समझ चुकी है। जनता का फैसला चुनाव में आ जाएगा। इस समय देश संकट के दौर से गुजर रहा है। मोदी की नोटबंदी,जीएसटी,स्वच्छता अभियान,विदेश और सुरक्षा नीति चारो खाना चित्त हो चुकी है।

                  करूणा के अनुसार पीएम ने दावा किया था कि नोटबंदी से नक्सलवाद,आतंकवाद और कालाबाजारी पर रोक लगेगा। प्रधानमंत्री जनता को जवाब दें कि क्या आतंकवाद,नक्सलवाद और कालाबाजारी पर कितना रोक लगा। उन्होने कहा कि उत्तरप्रदेश में 80 बच्चे आक्सीजन की कमी से मारे गए। बिलासपुर में नसबंदी के दौरान 14 लोगों की मौत हो गयी। गायों को आम की तरह पकाकर चमड़ा निकाला जा रहा है। बावजूद इसके अभी तक किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं है।

                     पूर्व सांसद ने कहा कि गौशाला के नाम करोड़ों रूपए भाजपा नेताओं ने अपनी झोली में भर लिया। क्या इसे ही भ्रष्टाचार पर लगाम लगाना कहते हैं। प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लेते हुए करूणा ने बताया कि पिछले चौदह साल से जनता को  बेवकूफ बनाया जा रहा है। अस्सी हजार करोड़ का बजट कहां जाता है। सरकार कर्ज लेने की तैयारी में है। आखिर प्रदेश में हो क्या रहा है। कहा जा रहा है कि प्रदेश में विकास की गंगा बह रही है।

                                                     बोनस और समर्थन मूल्य के सवाल पर करूणा ने बताया कि सरकार की चालाकी को जनता पढ़ चुकी है। कांग्रेस के दबाव में किसानों को बोनस के नाम पर जो कुछ देने का सरकार ने फैसला किया है…वह नाकाफी है। पिछले तीन साल का समर्थन मूल्य और बोनस कहां गया। सरकार अभी भी समर्थन मूल्य को लेकर चुप है। दरअसल चुनाव को ध्यान में रखकर फौरी तौर पर किसानों के आक्रोश को दबाने का प्रयास किया गया है।

                          जब मालूम है कि आकाल सिर पर है। ऐसे में आने वाले सत्र के लिए धान का समर्थन मूल्य और बोनस का एलान समझ से परे है। जब धान का उत्पादन होगा ही नहीं तो समर्थन मूल्य और बोनस देने का फैसला सरासर बेमानी है। करूणा ने बताया कि सरकार सूखा राहत देने से बच रही है।

                                      बिलासपुर पर पूछे गए सवाल पर श्रीमती शुक्ला ने कहा कि जब जनता ने ही तय कर लिया है तो बिलासपुर की बरबादी को कौन बचा सकता है। पिछले पन्द्रह सालों में बिलासपुर विकास में बहुत पिछड़ गया है।

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