बिलासपुर— भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन,एबीव्हीपी और जोगी कांग्रेस छात्र नेताओं ने अलग अलग मोर्च पर एक साथ बिलासपुर विश्वविद्यालय का घेराव किया। काली पट्टी बांधकर प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। तीनों सगंठनों ने विश्वविद्यालय प्रबंधन से कुलपति और कुलसचिव को हटाए जाने की मांग की है। इस दौरान पुलिस ने छात्रों को नियंत्रित करने हल्का बल प्रयोग भी किया। आत्मदाह किए जाने की खबर पर जमकर अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला। पुलिस ने आत्मदाह का प्रयास करते सीएमडी के पूर्व छात्र नेता केतन सिंह और एबीव्हीपी छात्र नेता ऋषभ को आग की चपेट में आने से पहले बचा लिया। आईपीएस शलभ सिन्हा भी आग की चपेट में आने से बाल बाल बच गए
एबीव्हीपी का काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन
बी.काम प्रथम और द्वितीय वर्ष के परिणाम के बाद एनएसयूआई के छात्रों ने विश्वविद्यालय का घेराव किया। बांह में काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस की जबरदस्त व्यवस्था देखने को मिली। एनएसयूआई पूर्व अध्यक्ष सोहेल खलिक ने बताया कि विश्वविद्यालय ने हमेशा से छात्रों के भविष्य के साथ खेलने का प्रयास किया है। इस साल विश्वविद्यालय के बी.काम प्रथम वर्ष में करीब सात हजार से अधिक छात्रों ने परीक्षा दी। 3500 छात्रों को फेल कर दिया गया। इसी तरह बी.काम द्वितीय वर्ष में 5000 छात्र परीक्षा में बैठे। इसमें 2000 छात्रों को अनुत्तीर्ण बताया गया है। विरोध के बाद बीकाम द्वितीय वर्ष के छात्रों का परिणाम रिव्यू किया गया। लेकिन प्रथम वर्ष के छात्रों के परिणाम पर विश्वविद्यालय प्रबंधन ने विचार तक नहीं किया। इससे जाहिर होता है कि प्रथम वर्ष के छात्रों के साथ खिलवाड़ किया गया है। ॉ
सोहेल ने बताया कि विश्वविद्यालय में हमेशा की तरह कापियों की मूल्यांकन में लापरवाही की गयी है। यदि छात्रों के साथ न्याय नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ छात्र संगठन जोगी ने प्रदेश प्रवक्ता अनुराग पांडे शहर जिला अध्यक्ष विकास सिंह ठाकुर ग्रामीण जिला अध्यक्ष गौरव अग्रवाल के नेतृत्व में ढोल.ताशों के साथ सैकड़ों छात्र छात्राओं के साथ बिलासपुर विश्वविद्यालय का घेराव किया। कुलपति महोदय और कुलसचिव से मिलकर बी कॉम प्रथम और द्वितीय वर्ष के परीक्षा परिणाम पर चिंता जाहिर की।
छत्तीसगढ़ छात्र संगठन जोगी ने कहा कि उत्तर पुस्तिकाओं की योग्य और अनुभवी शिक्षकों से दुबारा जांच कराई जाए। जांच के दौरान मेरिटोरियस छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को भी शामिल किया जाए। जोगी छात्र बिग्रेड ने कहा कि परिणाम 10 दिनों के अंदर जारी किया जाए। सेमेस्टर परीक्षा वॉइस परीक्षा के नियमों में बदलाव किया जाए। दो से अधिक विषयों में फेल छात्र छात्राएं अगले सेमेस्टर तक फार्म भर सकें। कुछ इस तरह की व्यवस्था विश्वविद्यालय प्रबंधन करे।छात्र-छात्राओं ने मांग पूर्ण नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
कुलसचिव से मिला आश्वासन
एनएसयूआई और जोगी छात्र ब्रिगेड के नेताओं के अलावा सभी छात्र छात्राओं को कुलसचिव इंदू अनंत ने आश्वासन दिया कि सभी मांगों पर तत्काल प्रभाव से अमल किया जाएगा। छात्रों की समस्याओं को दूर करने का हरसंभव कोशिश होगी। इंंदू अनंत ने छात्र नेताओं से कहा कि बीकाम के छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होगा। योग्य प्राध्यापक ही कापियों की जांच करेंगे।