संसद का मानसून सत्र कल से शुरू,सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई

Shri Mi
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parliament_india_indexनईदिल्ली।प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने मानसून सत्र से पहले रविवार को लोक सभा और राज्‍य सभा के सदस्‍यों को संबोधित किया।उन्‍होंने कहा कि भारत में लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखने के लिए सभी राजनीतिक दलों का सहयोग आवश्यक है। संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही को बिना किसी बाधा के व्यवधान के जारी रखने के लिए सभी दलों का समर्थन महत्‍वपूर्ण है ताकि राष्ट्रीय महत्व के मामलों पर रचनात्मक विचार-विमर्श हो सकें।प्रधानमंत्री ने ऐतिहासिक सुधारों जैसे बजट सत्र के पहले निर्धारण और वस्तु-सेवा कर को लाए जाने पर सहयोग के लिए सभी राजनीतिक दलों का आभार व्यक्त किया।मोदी ने सदस्यों को सूचित किया कि बजट को एक महीना पहले लाए जाने से इस वित्तीय वर्ष में पूंजीगत व्‍यय का सन्तुलन बना है। मानसून से पहले ही कुल खर्च का 30 प्रतिशत और ढांचागत व्‍यय का 49 प्रतिशत खर्च हो चुका है यह एक बड़ी उपलब्धि है इससे  राजकोषीय पूंजी व्‍यय विवेक सम्‍मत ढ़ग से हो सकेगा।
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                                                      पीएम मोदी ने यह भी कहा कि सभी दलों के सहयोग से जीएसटी लाया गया है इससे देश का संघीय ढ़ाचा मजबूत होगा और आर्थिक एकजुटता मजबूत होगी।उन्होने यह भी कहा कि राष्ट्रपति चुनाव की संपूर्ण प्रक्रिया में उच्च गरिमा बनाई रखी गई है। राजनीतिक दलों के बीच कोई कटुता नही है। इसके लिए सभी राजनीतिक दल प्रशंसा के पात्र है। सभी राजनीतिक दलों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राष्ट्रपति चुनाव में सभी सांसद और विधायक भाग ले। प्रधानमंत्री ने सभी नेताओं से अनुरोध किया कि 9 अगस्त 2017 को संसद के दोनों सदनों में भारत छोडों आन्दोन की 75 वी वर्षगाठ मनाए जाने पर आम सहमति बनाएं।

                                                 प्रधानमंत्री ने सभी दलों से अनुरोध किया कि गौ रक्षा के नाम पर हो रही साम्प्रदायिक हिंसा रोकने और भ्रष्टाचार से लड़ने के कार्य में सहयोग दे।मोदी ने कहा कि सभी राज्य सरकारों को कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सहयोग करना चाहिए और कानून तोड़ने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।

                                            संसदीय कार्य केन्द्रीय मंत्री अनन्त कुमार ने बाद में संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार ने सभी दलों, विशेष कर विपक्ष से अनुरोध किया है कि वह संसद की कार्यवाही को सुचारू ढंग से चलाने के लिए सहयोग करें। मंत्री महोदय ने यह सूचित किया कि सभी राजनीतिक दल मानसून सत्र की व्यवधान रहित कर्यवाही के पक्ष में है।

                                            उन्होनें यह भी कहा कि सरकार नियमों के तहत किसी भी विषय पर संसद में विचार-विमर्श के लिए तैयार है। श्री कुमार ने सूचित किया कि संसद का मानसून सत्र सोमवार 17 जुलाई, 2017 से आरम्भ होगा और शुक्रवार 11 अगस्त, 2017 को समाप्त होगा। श्री अनन्त कुमार ने बताया कि इस दौरान कुल 19 बैठके होंगी 26 दिनों की कार्यावधि में चार प्राईवेट मेंमबर्स दिवस होंगे। लोक सभा में 21 बिल और राज्य सभा में 42 बिल बकाया है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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